आरजेएस पीबीएच की 300 वीं बैठक  “राजनीति के प्रति सकारात्मक कैसे रहें?” पर संपन्न

राजनीति जरूरी है, लेकिन सकारात्मक सोच के साथ। सर्वे भवन्तु सुखिन की सोच के साथ सभी लोगों का हित हो ,सभी का कल्याण हो । स्वच्छ राजनीति की यही बुनियाद है।राज-काज की नीति अगर सकारात्मक हो तो जनता के बीच सकारात्मक संदेश जाएगा और अच्छे लोग और युवा पीढ़ी भी राजनीतिक में आने का मन बनाएगी। जाती और धर्म की राजनीति को अगर नकारात्मक मीडिया बढ़ावा ना दे तो राजनीति में स्वच्छता आने की संभावना बढ़ जाएगी। ये कहना है फूले फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चौधरी का।

राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच)का 300वीं बैठक का आयोजन 24 दिसंबर 2024 को सिल्वर ओक पब्लिक स्कूल में संस्थापक उदय कुमार मन्ना के संयोजन और संचालन में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत सिल्वर ओक पब्लिक स्कूल, सरूप नगर जीटी करनाल रोड दिल्ली स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले और भारत की प्रथम शिक्षिका साबित्री बाई फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।

3 जनवरी को माता साबित्रीबाई फुले की जयंती है।

 कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सह-आयोजक सकारात्मक भारत -उदय वैश्विक आंदोलन के संरक्षक चौधरी इंद्राज सिंह सैनी ने कहा कि एक बार फिर देश को सोने की चिड़िया बनाने के लिए राजनीतिक के प्रति सकारात्मक सोच को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। हमारी विधानसभा और संसद में राजनीतिज्ञ जो आचरण करते हैं वो जनता अनुसरण करती है। वहां स्वच्छ और आदर्श राजनीति की अपेक्षा की जाती है। जनता के लिए अच्छे कार्य करने वाले स्थानीय लोगों को पार्टियां टिकट देकर अच्छी राजनीति को देश में स्थापित कर सकते हैं।

चौधरी इंद्राज सिंह सैनी ने एक बार फिर दोहराया कि सावित्री बाई फुले जयंती को राष्ट्रीय शिक्षिका दिवस के रूप में मनाना चाहिए।