हिंदी पत्रकारिता दिवस 30 मई को आपदा में मीडियाकर्मियों की चुनौतियों पर आरजेएस वेबीनार

दो महीने से ज्यादा समय तक कोरोना लाॅकडाउन ने समाज के सभी वर्गों को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस बीच प.बंगाल और उडिशा में आए अम्फान के तूफान ने तबाही मचाई। इन परिस्थितियों ने पहले से ही बुरी तरह टूट चुके मीडिया कर्मियों की चुनौतियां बढ़ा दी है और सरकार से राहत पैकेज की‌ गुहार लगाई जा रही है। उस‌पर तुर्रा ये कि मानसिक अवसाद ने भी कईयों की जान ले ली है।

इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए 30 मई हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर राम-जानकी संस्थान के आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया ,नई दिल्ली और तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि विकास शिल्प केंद्र,हुगली,प.बंगाल के संयुक्त तत्वावधान में  आरजेएस वेबीनार का आयोजन दोपहर दो‌ बजे किया जाएगा। इसमें राज्यसभा टीवी- संसदीय मामलों के प्रमुख वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह, इंडियन आॅब्जर्वर पोस्ट के चीफ एडिटर ओंकारेश्वर पांडेय, द ट्रिब्यून की वरिष्ठ संवाददाता अदिति टंडन,एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन (आफ्ट) के संस्थापक- अध्यक्ष ,ग्लोबल मीडिया गुरू संदीप मारवाह अतिथि वक्ता हैं।मीडिया कर्मियों के मानसिक अवसाद को दूर करने के लिएएशिया पैसिफिक -डब्ल्यू. एफ.एम.एच. के निदेशक और सिम्ब्स के चेयरमैन वरिष्ठ मनोचिकित्सक डा.सुनील मित्तल टिप्स देंगे।वेबीनार का संचालन वरिष्ठ रेडियो ब्राॅडकास्टर उदय कुमार मन्ना करेंगे। इसमें तकनीकी सहयोग आरजेएस स्टार मीडिया डेली डायरी न्यूज़ का रहेगा।