राष्ट्रव्यापी से विश्वव्यापी सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन की संकल्प यात्रा 24 फरवरी 2024 को उदय मन्ना के नेतृत्व में दिल्ली से प्रारंभ हाेकर 25 फरवरी को केवड़िया में सरदार पटेल की ऊर्जस्वित प्रतिमा को नमन् करने जाएगी, इस आशय की घोषणा करते हुए रामजानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) के प्रवक्ता अशोक कुमार मलिक ने कहा कि पूरी दुनिया के सकारात्मक व्यक्तित्वों को एकजुट करने में पिछले नौ सालों से लगे आरजेएस के दूरदर्शी संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के नेतृत्व में 10 वें राज्य वाइब्रेंट गुजरात की यात्रा 10 प्रतिनिधि मंडल के साथ 10 दिनों की होने जा रही है।
इस यात्रा की मेजबानी श्री कबीर आश्रम , जामनगर और बढ़ोदा निवासी आरजेएस पीबीएच ऑब्जर्वर प्रफुल्ल भाई -रंजनबेन कर रहे हैं। यात्रा के दौरान प्रतिदिन आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया यूट्यूब चैनल पर लाईव प्रसारण हाेगा एवं मीडिया को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
श्री मलिक ने बताया कि इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं कि उद्दात्त समाजाेन्मुख संकल्प की मंगल ऊर्जा से ही उद्दात्तलक्ष्यसिद्धि का कठिन पथ सुगमतर होना संभव है, क्याेंकि ऐसे शुभ लक्ष्याें पर नि:स्सन्देह स्वयं सृष्टिकर्ता का वरद् हस्त रहता है।
“लोग आते गए और कारवां बनता गया”– इसका जीता-जागता उदाहरण बन गया आरजेएस जिसने आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया के रास्ते आरजेएस पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस तक का सफर पूरा कर लिया है। इस क्रम में 163 आरजेएस सकारात्मक बैठक,कोरोना काल में 150 से ज्यादा उदय मन्ना फेसबुक लाईव और आजादी का अमृत महोत्सव में 205 कार्यक्रमों की जनभागीदारी के साथ आज ये आंदोलन राष्ट्रव्यापी से विश्वव्यापी की ओर अग्रसर है।
इन दस दिवसीय यात्रा में बढ़ोदा , केवड़िया, जामनगर, द्वारका,पोरबंदर और अहमदाबाद सहित नजदीकी इलाकों में संस्थानों को आरजेएस पीबीएच अपने ग्रंथ भाग-2 को भेंट कर पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग करेगा।महात्मा गांधी, सरदार पटेल सहित डा.अंबेडकर, श्याम जी कृष्ण वर्मा, भीकाजी कामा, दादा भाई नौरोजी, अरविंद घोष, उस्ताद मौला बक्स और विक्रम साराभाई आदि की स्मृति को नमन् किया जाएगा।इस यात्रा के दरम्यान सकारात्मक भारत -उदय आंदोलन में कई नए आयाम जुड़ने वाले हैं, जिनमें आगामी 76 वें स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज होनेवाला आरजेएस पीबीएच का ग्रंथ भाग-3 के पोस्टर का लोकार्पण प्रमुख है।
18 फरवरी को दिल्ली के पटेल नगर में प्रतीकात्मक रोड शो किया गया था जो गुजरात यात्रा की गंभीरता को इंगित करता है।25 फरवरी को केवड़िया में सरदार पटेल की प्रतिमा को नमन् कर यात्रा आगे बढ़ेगी और साबरमती आश्रम पहुंचकर महात्मा गांधी के चरण स्पर्श के साथ संपन्न हो जाएगी और 4 मार्च को दिल्ली वापस आएगी।