छठ पूजा उगते और डूबते सूर्य देव की उपासना का पर्व है। चार दिनों तक यह पर्व चलता है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की खष्ठी को छठ पूजा अस्तांचल सूर्य को अर्घ्य देकर की जाती है। इस बार छठ महापर्व आज 18 नवंबर को नहाय-खाय से शुरू हो रहा है।19 नवंबरको खरना है।20नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद आरजेएस फैमिली पाॅजिटिव मीडिया और फेसबुक फ्रेंड्स RJS की pdf स्मारिका नवंबर 2020अंक का उदय मन्ना लाईव शो https://www.facebook.com/ukmannaair में सायं 8बजे आभासी लोकार्पण करेंगे।
ये दिन भारत के ऐसे एकमात्र त्यौहार का है जब डूबते सूर्य की भी उपासना होती है। फेसबुक लाईव शो का शेष भाग 21 नवंबर उगते सूरज को अर्ध्य देने के बाद सायं 8बजे से प्रारंभ होगा।जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि पर्व का मुख्य प्रसाद ठेकुआ, खजूर होता है जो आटे का बनता है।छठ पर्व के पूजन के लिए सामग्री होती है–कोशी, पीतल का सूप, बांस का सूप, दउरा, केला, संतरा, अनार, सेब, पानी फल, गागल, पानी वाला नारियल, गन्ना, कच्ची हल्दी, मूली, अदरक, सूथनी आदि.व्रती नई साड़ी पहनकर ही अस्तांचल सूर्य व उदय होते सूर्य को अर्घ्य देती हैं। घर और आसपास की साफ-सफाई के साथ मन की पवित्रता की भी इस पर्व को मनाने में अहम भूमिका रहती है।