मजदूर दिवस व ईद के उपलक्ष्य में अमीर खुसरो पर चर्चा और डा.कलाम व मधुलिमेय को श्रद्धांजलि

भारत सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव में आजादी की अमृत गाथा और अमृत बैठकों के 150 श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रमों की कड़ी में क्रमशः 66 व 31 अंक रविवार 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर पूर्ण हुए।  रामजानकी संस्थान, आरजेएस नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना और तपसिल जाति आदिबासी प्रकटन्न सैनिक कृषि बिकाश शिल्पा केंद्र, पश्चिम बंगाल के सचिव सोमेन कोले ने बताया कि ईद के उपलक्ष्य में खुसरो फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नाम राष्ट्रीय सम्मान 2022 बिहार के पूर्व जिलाधिकारी स्वर्गीय श्री गुरु सहाय प्रसाद की स्मृति में शिक्षक सुपुत्र अशोक पुरी पटना निवासी रत्नाभ प्रसाद ने घोषित किया ।

वेबीनार का आयोजन मानवता और देश प्रेम के परिचायक अमीर खुसरो विषय पर आयोजित किया गया था । इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री से सम्मानित प्रोफेसर अख्तरुल वासे ने कहा कि अमीर खुसरो ने दो परंपराओं के बीच समन्वय किया ,वहीं अपने अध्यक्षीय संबोधन में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अखलाक अहान  ने कहा कि खुसरो वर्सेटाइल जीनीयस थे।अतिथि वक्ता साहित्य अकादमी के संपादक (हिंदी) कुमार अनुपम ने कहा कि अमीर खुसरो ने संस्कृत की परंपरा से रस लेकर नई शैली पैदा की।वेबीनार का सफल संचालन अतिथि वक्ता कवयित्री ममता किरण ने किया ।उन्होंने अमीर खुसरो के दोहे और पहेलियों से वेबीनार में रौनक भरी।अतिथियों का स्वागत दूरदर्शन दिल्ली के इशहाक खान और धन्यवाद ज्ञापन मध्यप्रदेश की सेवानिवृत शिक्षिका प्रेम प्रभा झा ने किया । वेबिनार में आरजेएस फैमिली की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डा कलाम, स्वतंत्रता सेनानी मधुलिमये और संपादक स्व० कफील अहमद अंसारी और पत्रकार स्व० मौ. फरमान को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई।अमृत गाथा व अमृत बैठकों के संयोजक  उदय मन्ना अगले रविवार 8 मई को आरजेएस सकारात्मक सूचना केंद्र जमशेदपुर, झारखंड के सहयोग से विश्व मातृ दिवस मनाने की घोषणा की। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित मातृ दिवस प्रत्येक वर्ष मई माह के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस सप्ताह आरजेएस फैमिली में सभी अपनी अपनी मां की सेल्फी , बातचीत की विडियो भेजेंगे और दिवंगत माता-पिता की स्मृति में आरजेएस का राष्ट्रीय सम्मान घोषित कर सकते हैं।