जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों को विश्वास में लेकर संस्थाएं सकारात्मक कार्य करें- अध्यक्षा एआईडब्ल्यूसी

आज रविवारीय वेबीनार के तहत आरजेएस पीबीएच द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस(11जुलाई) के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया । सकारात्मक गीत के बाद आरजेएस पीबीएच प्रमुख उदय कुमार मन्ना ने कहा कि आजाद भारत में 9 फरवरी 1951से जनगणना के लिए सूची बनाने का काम शुरू किया गया था.तब भारत की जनसंख्या लगभग 36 करोड़ के करीब थी जो अब 135 करोड़ को पार कर गई है। उन्होंने अगले रविवार दीदेवार जीवन ज्योति के संस्थापक सुरजीत सिंह कोहली की मेजबानी में रविवार 16 जुलाई को श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रम स्वयं का स्वामी पार्ट 2 में शामिल होने का न्योता दिया। जनसंख्या दिवस कार्यक्रम की मेजबानी कर रही ममता सागर फाउंडेशन की संस्थापक अध्यक्षा प्रतिभा दीक्षित ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण की आवश्यकता जताई और घरेलू हिंसा रोकने के लिए जागरूक रहने का काव्यपाठ द्वारा संदेश दिया। अतिथि वक्ता आरजेएस सेंटर पटना की प्रभारी एडवोकेट डा.मुन्नी कुमारी सिंह ने जनसंख्या को ज्यादा हाथ काम करने वालों की संज्ञा का नाम दिया । जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सरकार दंडात्मक कार्यवाई भी कर रही है । लेकिन ज्यादा जनसंख्या को अति भी बताया । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ऑल इंडिया वूमेन्स कांफ्रेंस की अध्यक्षा कल्याणी राज कोलकता से जुड़ीं । उन्होने कहा कि ज्यादा जनसंख्या का मतलब हमारे पास ज्यादा थिंक टैंक तथा काम करने वाले लोगों की संख्या ज्यादा हैं । लेकिन रोजगार ,भोजन और आवास की व्यवस्था करना भी जरूरी है। उनका कहना था कि स्वयं सेवी संस्थाएं महिलाओं और बच्चियों के स्वास्थ्य प्रहरी बनें और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर सकारात्मक कार्य करने चाहिए।

उन्होंने प्रतिभागियों के विभिन्न सवालों का समुचित जबाब दिया। ऑल इंडिया वूमेन्स कांफ्रेंस की पूर्व अध्यक्षा बीना जैन जी ने कहा कि बेटा-बेटी में फर्क न करें । जनसंख्या इसलिए भी बढ़ती है कि बेटे की चाह में बेटियां बढ़ जाती हैं । ये शुभ संकेत है कि इस मानसिकता में गांव-गांव में बदलाव आ रही है।टीजेपीएस केबीएसके, कोलकाता के सचिव सोमेन कोले ने वेबिनार के सकारात्मक विषयों को और आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया। मो. इशहाक खान ने आंगनबाड़ी को जनसंख्या नियंत्रण की जागरूकता से जोड़ने पर सुझाव दिया । लालजी भाई पहली दफे जुड़े उन्होंने आरजेएस पीबीएच के श्रृंखलाबद्ध सकारात्मक कार्यक्रमों की तारीफ की। कार्यक्रम में आरजेएस प्रवक्ता अशोक कुमार मलिक , एडवोकेट सुदीप साहू,उज्जवल वीमेंस एसोसिएशन की दीपा शुक्ला ने भी संबोधित किया। अंत में दीप चन्द माथुर ने छह अगस्त 2023 के दिल्ली में होने वाले आरजेएस पीबीएच के राष्ट्रीय कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आग्रह किया । उन्होंने वेबिनार में जुड़े सभी सहभागी साथियों और आरजेएस पीबीएच टेक्निकल टीम को धन्यवाद दिया।