गुरु पूर्णिमा पर आरजेएस के अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम में भविष्य की पीढ़ियों को मिला सकारात्मक संदेश

गुरु पूर्णिमा पर राम जानकी संस्थान पॉजिटिव ब्रॉडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) और आरजेएस पॉजिटिव मीडिया के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने आरजेएस टीफा‌ 25 की सदस्या व पूर्व प्रबंधक आईटीपीओ स्वीटी पॉल के दिवंगत पति स्व० अजय पाॅल की स्मृति में “रिश्तों की डोर ना पड़े कमजोर “नामक कार्यक्रम  आयोजित किया। श्री मन्ना ने 78 वें आजादी पर्व पर रोजाना एक अगस्त से पंद्रह अगस्त 2025 तक अंतर्राष्ट्रीय सकारात्मक चिंतन महोत्सव का भव्य मुख्य सम्मान व सांस्कृतिक समारोह और ग्रंथ 05 पुस्तक का लोकार्पण आरके आश्रम मेट्रो स्टेशन,नई दिल्ली स्थित रामकृष्ण मिशन के शारदा ऑडिटोरियम में करने की घोषणा  मुख्य अतिथि बीके राजेश्री, इंग्लैंड से इंस्पायरिंग इंडियन वूमेन की निदेशक रश्मि मिश्रा और रीडिंग चैप्टर की उपनिदेशक अंतरा राकेश टल्लम की उपस्थिति में की।  आरजेएस पीबीएच न्यूज लेटर के अतिथि संपादक राजेन्द्र सिंह कुशवाहा ने ऑडिटोरियम के कार्यक्रम में विशेष न्यूज लेटर “पाॅजिटिव मीडिया” के लोकार्पण की घोषणा की। 

गुरु पूर्णिमा के कार्यक्रम की सह-आयोजक श्रीमती स्वीटी पॉल ने अपने दिवंगत पति स्व० अजय पाॅल‌ के बारे में कहा कि वह न केवल पति थे , बल्कि गुरु भी थे।  परिवार में असहमति के दौरान संयम और चुप्पी का उन्होंने दूरदर्शी महत्व बताया। उन्होंने अपनी सास स्व० सतीश पाॅल को भी अपना गुरु माना ,जो उन्हें समस्याओं को हल करने में मदद करती थीं। उन्होंने 11 जुलाई की अपनी शादी की सालगिरह को भावपूर्ण स्मरण किया। उन्हें संतोष है कि स्व० अजय पाॅल‌ आरजेएस पीबीएच के ग्रंथ 05 पुस्तक में भी जिन्दा रहेंगे।

मुख्य अतिथि बीके राजेश्री, ब्रह्म कुमारीज़ सेंटर , पटेल नगर ,नई दिल्ली ने कहा कि माता-पिता प्रथम गुरु, परमात्मा परम गुरु और शिक्षक के प्रति दैनिक स्मरण व कृतज्ञता ही गुरू पूर्णिमा का भाव है।

परिवार में एक सकारात्मक और प्यार भरा वातावरण स्वाभाविक रूप से नई पीढ़ी को अच्छे मूल्यों की ओर आकर्षित करेगा। उन्होंने भागवत गीता के दिव्य ज्ञान की अवधारणा को सर्वोच्च मार्गदर्शन के रूप में उद् धृत किया जो परिवार के भीतर रहते हुए भी मुक्ति और सच्ची शांति की ओर ले जाता है। 

विशेष अतिथि इंस्पायरिंग इंडियन वूमेन यूके की निदेशक रश्मि मिश्रा ने कहा कि गुरु की भूमिका जन्म से ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने गुरु के प्रति कृतज्ञता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिमीकरण से बदलते जीवन मूल्यों में अक्सर व्यक्तिगत उन्नति की प्राथमिकता से  नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और संस्कार से परिचित करने का प्रयास इंस्पायरिंग इंडियन वूमेन द्वारा इंग्लैंड में किया जा रहा है। इंग्लैंड के प्रवासी भारतीयों के बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल और बड़े सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित कर भारतीय व्यंजनों और संस्कृति से रूबरू कराया जा रहा है। 

अतिथि वक्ता यूके से इंस्पायरिंग इंडियन वूमेन के रीडिंग चैप्टर की उपनिदेशक अंतरा राकेश तल्लम ने कहा की सच्चा गुरु , माता-पिता और परिवार न केवल शिक्षित करता है बल्कि सही रास्ते पर प्रोत्साहित,मार्गदर्शन और समर्थन भी करता है। युवाओं में अनुशासन और जीवन मूल्यों के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण ,बहस और वाद-विवाद की मानसिकता में बदलाव जरूरी है।

आरजेएस टीफा25, नागपुर की सुषमा अग्रवाल ने गुरु शिष्य परंपरा को “गुरु के बोल ” नामक काव्यात्मक श्रद्धांजलि दी। आरजेएस टीफा25 नागपुर की चंद्रकला भरतीयता ने “गुरूदेव नमन् ” नामक कविता प्रस्तुत की। कार्यक्रम में आरजेएस पीबीएच के राष्ट्रीय ऑब्जर्वर दीप माथुर, सशक्त आरजेसियंस साधक ओमप्रकाश,रति चौबे,डा.कविता परिहार, सरिता कपूर, अनिता चढ्ढा,सुदीप साहू, ,आकांक्षा मन्ना, मयंक राज सहित सुनिता शर्मा,दयाराम सारोलिया , और आशीष रंजन आदि भी मौजूद रहे।