हिंदी पत्रकारिता दिवस पर मीडिया गुरु प्रो.के जी सुरेश ने कहा “सकारात्मक जन-आंदोलन से समस्याओं का हल होगा”। उन्होंने ऑनलाइन और ऑफलाइन जुड़े आरजेसियंस को “सकारात्मक जन-आंदोलन” का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि
उदंत मार्तण्ड 1826 में 30 मई को पं.जुगल किशोर शुक्ल ने निकाला और हिन्दी भाषा में नवजागरण का संदेश दिया। महर्षि अरविन्द ने वंदे मातरम् के माध्यम से स्वदेशी जागरण के साथ साथ सांस्कृतिक और आध्यात्मिकता से भारत की पहचान बताई। माखनलाल चतुर्वेदी ने पुष्प की अभिलाषा से मातृभूमि की रक्षा का संदेश दिया। प्रो.सुरेश ने मीडियाकर्मियों को संदेश दिया कि मुद्दे पर सत्य और तथ्य आधारित पत्रकारिता समाधानमूलक होती है। इसलिए यमुना नदी की सफाई या और समस्याएं भी राजनीतिक न होकर पत्रकार इस मुद्दे को जन-आंदोलन बना दें।
30 मई 2025 को राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) -आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना द्वारा इंडिया हैबिटेट सेंटर,नई दिल्ली में आयोजित ओरियंटेशन वर्कशॉप और मासिक न्यूज़ लेटर कविता विशेषांक मई संस्करण के लोकार्पण अवसर पर प्रो.(डा.) के. जी. सुरेश निदेशक इंडिया हैबीटेट सेंटर ने उपरोक्त विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के सह-आयोजक आरजेएस पीबीएच न्यूज़ लेटर के अतिथि संपादक राजेंद्र सिंह कुशवाहा संस्थापक माता रामरती देवी मंदिर कृषक प्रयोगशाला एवं कृषक पर्यटन स्थल, कान्धरपुर गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश ने स्वागत संबोधन में कहा कि हमारा सौभाग्य होगा कि प्रोफेसर के जी सुरेश, मीडिया गुरु के सानिध्य और मार्गदर्शन में अगस्त 2025 में आजादी महोत्सव देश और दुनिया में पहुंचाने का लक्ष्य बने। मासिक न्यूज़ लेटर में महीने भर की गतिविधियों के साथ 20 पृष्ठ का कविता विशेषांक संलग्न है। आज यहां धन्यवाद ज्ञापन के लिए मौजूद सरिता कपूर की कविता भी इसमें शामिल है। कार्यक्रम का समापन सरिता कपूर की स्वरचित कविता से हुआ।
आरजेएस पीबीएच राष्ट्रीय ऑब्जर्वर दीप माथुर ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि मुख्य अतिथि का संबोधन आरजेसियंस के दिल को छू गईं हैं। 18 मई को हमारी प्रथम ऑनलाइन कार्यशाला में आपने जो सकारात्मक मार्ग दिखाया वो उत्कृष्ट था और आज रूबरू होकर प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र आपके कर कमलों से प्रदान होना हिंदी पत्रकारिता दिवस2025 को यादगार बना दिया। कार्यक्रम में आरजेएस पीबीएच ऑब्जर्वर की ओर से मुख्य अतिथि को आरजेएस पीबीएच के अमृत काल का सकारात्मक भारत-उदय के चारों ग्रंथ (पुस्तक) भेंट की गई।
मुख्य अतिथि प्रो सुरेश ने टीफा 25 के उपस्थित सदस्यों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। 30 मई और 18 मई को ऑनलाइन जुड़े टीफा 25 सदस्यों को भी कार्यशाला का सहभागिता प्रमाण पत्र भेज दिया गया।
कार्यक्रम में शामिल बिंदा मन्ना ,सरिता कपूर, सुनील कुमार सिंह, राजेन्द्र सिंह कुशवाहा,डीपी कुशवाहा, सुरेन्द्र सेठी, प्रखर वार्ष्णेय, खुश्बू झा, प्रशांत यादव और जे.थापा को मुख्य अतिथि ने सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किए।