हर साल की तरह इस साल भी हिन्दी पत्रकारिता दिवस का आयोजन आरजेएस पीबीएच संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के संयोजन में अमृत काल का सकारात्मक भारत -उदय 226वां कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया।
तथागत गौतम बुद्ध , ब्रह्मर्षि नारद,उदन्त मार्तंड के संपादक पं. युगल किशोर शुक्ल और राजा राममोहन राय को आरजेएस पीबीएच परिवार की ओर से श्रद्धांजलि देते हुए अपने ओपनिंग रिमार्क्स में ऑस्ट्रेलिया से डा.श्वेता गोयल ने कहा कि ऐसी विभूतियों को याद करने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और भारत के गौरवशाली इतिहास का पता चलता है। भारत का पहला हिन्दी समाचार पत्र “उदन्त मार्तंड” की शुरुआत 30 मई 1826 को हुई थी।आज इसके उपलक्ष्य में हिन्दी पत्रकारिता दिवस 26 मई को राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) द्वारा “हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर डिजिटल युग में हिन्दी पत्रकारिता दिवस का योगदान” विषय पर परिचर्चा आयोजित की जा रही है।इसमें में उपस्थित सभी भाई-बहनों का स्वागत है। वेबिनार का बेहतरीन संचालन पत्रकार और आरजेएस पीबीएच पैनलिस्ट प्रफुल्ल पाण्डेय ने किया , उन्होंने कहा कि हर रविवार आरजेएस वेबिनार से हिन्दी भाषा को बढ़ावा मिलता है। सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन वैश्विक होने जा रहा है।
मुख्य अतिथि- प्रो. के.जी. सुरेश, कुलपति, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल, मध्य प्रदेश ने कहा कि सत्य और तथ्य आधारित पत्रकारिता जनपक्षीय होती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा.अनिल सुलभ ,लेखक व अध्यक्ष , बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, पटना (बिहार) ने सरकार से हिन्दी को राष्ट्रभाषा का संवैधानिक दर्जा देने की मांग की।
वहीं अतिथि वक्ता पत्रकार मनोहर मनोज ने पत्रकारिता को भी संवैधानिक दर्जा की वकालत की। विशिष्ट अतिथि नेशनल एक्सप्रेस के संपादक विपिन गुप्ता ने गेटवे ऑफ़ इन्डिया का नाम गेटवे ऑफ भारत करने की मांग की।
इस अवसर पर विकास कुमार झा, एडवोकेट संदीप साहू आरएस कुशवाहा इशाक खान आशीष पांडे प्रोफेसर डॉ विक्रम देव आचार्य मयंक आकांक्षा और सोनू कुमार मिश्रा आदि भी उपस्थित रहे। श्री मन्ना ने घोषणा की कि अगले रविवार 2 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में 227वां वेबिनार सुबह 11 बजे ऑस्ट्रेलिया से आरजेएस पीबीएच एडमिन श्वेता गोयल को-ऑर्गेनाइज करेंगी।