इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने ग्लोबल हाईजीन काउंसिल और अन्य संस्थाओं के सहयोग से 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंडवाशिंग डे के अवसर पर स्कूली बच्चों में जागरूकता फैलाने के लिए कार्यशाला का आयोजन आईएमए हाॅल में किया।कार्यशाला में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बच्चों से कहा कि बीमारियों से दूर रहने का एक सार्थक उपाय है कि हरदम हाथों को स्वच्छ रखें। बचपन से ही अगर साफ रहने की आपकी आदत बन जाती है तो बीमार कम पड़ेंगे और माता-पिता का पैसा बचाएंगे।
आईएमए मुख्यालय में स्टैंडिंग कमेटी एएमआर के चेयरमैन और पूर्व महासचिव डा.नरेंद्र सैनी ने कहा किहाथों में गंदगी छिपी होती है, जो सामान्य आंखों से दिखाई नहीं देती है। यह गंदगी किसी वस्तु को छूने, उसका इस्तेमाल करने और कई तरह के दैनिक कार्यों के कारण होती है। बिना हाथ धोए खाद्य एवं पेय पदार्थों का सेवन करने से यह गंदगी हमारे शरीर में चली जाती है। जो बाद में कई बीमारियों का कारण बनती है। लोगों में हाथों की धुलाई के प्रति जागरूकता के मकसद से पूरे विश्व में 15 अक्तूूबर को हाथ धुलाई दिवस (ग्लोबल हैंड वाशिंग डे) मनाया जाता है। हाथों को साफ रखने से स्वाइन फ्लू और संक्रमण से भी काफी हद तक बचा जा सकता है।
इस अवसर पर स्कूलों के 300 बच्चों और शिक्षकों ने भाग लेकर स्वच्छता को अपना समर्थन दिया।आरजेएस के सकारात्मक भारत आंदोलन से जुड़े डा.सैनी ने कहा किक्विज और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भी लगभग 300 बच्चों ने बड़े उत्साह से भाग लिया।ये बच्चे घर जाकर अपने अपनों को भी प्रेरित करेंगे। बच्चों को ईनाम देकर हाथों की साफ़ सफाई के लिए प्रोत्साहित किया गया।