उपभोक्ता अधिकारों पर चर्चा और श्रद्धांजलि सभा के साथ आजादी की अमृत गाथा का 37 वां आरजेएस वेबिनार संपन्न

भारत में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 में आने और 2020 से लागू होने के बावजूद आज उपभोक्ता उपेक्षित क्यों है ? “उपभोक्ता-अपने अधिकारों को जानें” विषय को लेकर आजादी की अमृत गाथा के 37 वें आरजेएस वेबीनार में आमंत्रित वक्ताओं प्रोफेसर बिजाॅन मिश्रा, अश्विनी राणा,डॉ एके मर्चेंट और नवीन प्रकाश शर्मा ने देशभर से जुड़ी आरजेएस फैमिली के साथ गहन विचार विमर्श किया। 

आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक और वेबीनार के माॅडरेटर उदय कुमार मन्ना ने बताया कि इसका आयोजन कंज्यूमर ऑनलाइन फाउंडेशन के सहयोग से राम जानकी संस्थान (आरजेएस)नई दिल्ली और तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि बिकाश शिल्पा केंद्र (टीजेएपीएस केबीएसके),गुंटेगिरी,धनियाखली, पश्चिम बंगाल द्वारा राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस उत्सव 2021 के अवसर पर आयोजित किया गया।वेबीनार में स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों शहीद ऊधम सिंह,मदनमोहन मालवीय अटल बिहारी वाजपेई सत्येंद्र चंद्र मित्रा, मिर्जा गालिब,हकीम अजमल खान,स्वामी श्रद्धानंद , बाबा आमटे , मोहम्मद रफी, अर्जुन लाल सेठी. बीना दास और रवि कालरा‌ को देशभर से जुड़े पाॅजिटिव स्पीकर्स ने श्रद्धांजलि दी। इसमें आचार्य प्रेम भाटिया, डा. मेजर प्राची गर्ग, प्रेमप्रभा झा, डा.मीना, इशहाक खान, मीता सहाय,विजय लक्ष्मी,रेणु श्रीवास्तव,ममता रानी,  डा. मुन्नी कुमारी,वैभव भारद्वाज और कामिनी माथुर आदि शामिल रहे। श्रद्धांजलि सभा का संचालन आरजेएस सूचना केंद्र जमशेदपुर झारखंड की प्रभारी और बीडीएसएल महिला कॉलेज की प्राचार्या डा. पुष्कर बाला ने किया। 

कंजूमर ऑनलाइन फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक प्रोफेसर बिजॉन मिश्रा ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि उपभोक्ता अदालतों में प्रतिबद्ध लोगों की कमी की ओर इशारा किया और कहा कि इसमें उपभोक्ता मिशन से जुड़े लोगों कोवरीयता देने की आवश्यकता है।उन्होंने 2019 में सरकार द्वारा बनाए नए उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम की तारीफ की जिस कानून से  यह उपभोक्ता आंदोलन मजबूत हुआ। धीरे-धीरे उपभोक्ता जागरूक हो रहे हैं और अब भ्रामक विज्ञापनों पर आवाज उठने लगी है ,इसीलिए एम एस धोनी और अमिताभ बच्चन जैसे ब्रांड एंबेसडर को भी भ्रामक विज्ञापनों से हटना पड़ा। वेबीनार में मुख्य अतिथि वाॅयस ऑफ बैंकिंग के संस्थापक अश्विनी राणा ने कहा किबैंक डिपोजिटर्स के 5 लाख से ज्यादा जमा राशि के लिये भी डिपाजिट बीमा के लिए विशेष बीमा पालिसी की आवयश्कता है। उन्होंने सुझाव दिया किबैंकों के ग्राहकों द्वारा ज्यादा इनकम के लालच में गलत जगह इन्वेस्ट करने से रोकने के लिए बैंकों में डिपोजिट पर ब्याज दरों को कम न किया जायइसके अलावा उन्होंने बैंकों के ग्राहकों के लिए शिकायत दर्ज करने के लिए एकीकृत शिकायत पोर्टल की आवश्यकता बताई।उपभोक्ता अधिकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन प्रकाश शर्मा ने कहा कि सरकार को चाहिए कि उपभोक्ता प्राधिकरण और उपभोक्ता अदालतों को मजबूत बनाए। इसी से उपभोक्ताओं के पक्ष में माहौल बनाया जा सकता है ।कैशलेस पॉलिसी को लेकर उपभोक्ताओं को बराबर गुमराह किया जाता है जो ठीक नहीं है। मुनाफे से अधिक कमाने वाला मिलावट माफिया के बारे में उन्होंने कहा कि ये किसी आतंकवादी से कम नहीं हैं। उपभोक्ताओं को खरीदारी करते समय बिल लेने की अनिवार्य आवश्यकता बताते हुए उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए एक बहुत बड़े आंदोलन चलाने की जरूरत है।वेबीनार में उपभोक्ता प्रश्नोत्तरी काआयोजन हुआ जिसमें सुदीप साहू, डा नरेंद्र टटेसर , रेणु श्रीवास्तव,डा आर के गुप्ता, इशहाक खान,आशी अली आदि के सवालों का वक्ताओं ने सार्थक समाधान दिया। वेबिनार में आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद्र माथुर , आरजेएस सूचना केंद्र, पटेल नगर दिल्ली के प्रभारी सुरजीत सिंह कोहली, आरजेएस सूचना केंद्र पटना के प्रभारी ओमप्रकाश झुनझुनवाला , नसीम बानू, शैलेश प्रजापति, तनुश्री आचार्य,सहित आठ राज्यों से लोग जुड़े और जागरूक हुए।