दिल्ली/ देश में कोरोना-लाॅकडाउन के डेढ़ महीने बीत गए। इस महामारी से बचने के लिए लोग घरों में सुरक्षित रह रहे हैं। लोगों के काम धंधे बंद हैं। कमाई कुछ भी नहीं है। ऐसी हालत में जहां दिल्ली सरकार और अन्य संगठन प्रवासी मजदूरों और जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं।इसी कड़ी में कनाॅट प्लेस स्थित बाराखंबा दिल्ली पुलिस स्टेशन का मानवीय चेहरा उभर कर आया है।
एसएचओ प्रह्लाद सिंह की निगरानी में राम-जानकी संस्थान, आरजेएस फैमिली और बंधु इंडिया के कार्यकर्ताओं ने लगातार 40वें दिन जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाया। बाराखंबा की दिल्ली पुलिस लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मुंह को मास्क या गमछा से बंद रखने की हिदायत दी। एएसआई प्रविंद कुमार ने बताया कि शुरू शुरू में लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस स्टेशन के बाउंड्री वॉल पर कोरोनावायरस से बचाव के स्लोगन और संदेश सचित्र पेंटिंग किए गए हैं। आरजेएस फैमिली से जुड़े शशांक त्रिवेदी ने कहा कि दिल्ली पुलिस के सहयोग से हमारे बंधु इंडिया के कार्यकर्ताओं को भोजन वितरण में आसानी भी हो गई और कम पढ़े लिखे लोग जागरूक भी हो गए।हमलोगों द्वारा कनाॅट प्लेस के अलावा करोल बाग, पहाड़ गंज में भी यदा-कदा भोजन की व्यवस्था की जाती रही है।
लाॅक डाउन में आरजेएस फैमिली और बंधु इंडिया के सक्रिय कार्यकर्ता राहुल मौर्य , एवं प्रोबीर, अभिषेक ,बंटी , राम कृष्ण त्रिवेदी और राखी त्रिवेदी ने खाना बनाया।भोजन वितरण में आरजेएस फैमिली से जुड़े शशांक त्रिवेदी ,अध्यक्ष बंधु इंडिया अपने कार्यकर्ताओं नारायण एवं विकास, आनंद एवं पप्पू भंडारी के साथ चालिसवें दिन भी जरूरतमंदों को बाराखंबा रोड पर भोजन कराया। मानव सेवा उत्तम सेवा है ताकि भूख से कोई ना मरे ।इस सकारात्मक कार्य के लिए दिल्ली पुलिस और आरजेएस फैमिली तथा बंधु इंडिया को लोगों ने दुआएं दी। ऐसी जैसी और भी कई सामाजिक संस्थाएं दिन-रात लगी हुई हैं।लाॅकडाउन अभी सत्रह मई 2020 तक जारी है।
उदय मन्नाआरजेएस राष्ट्रीय संयोजक