नकारात्मकता पर सकारात्मकता की जीत का त्यौहार है विजय दशमी व नवरात्रि – आरजेएस फैमिली

मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने दस सिर वाले रावण का वध किया ,तब से आश्विन माह की दशमी को भारतवासी विजयादशमी मनाते आ रहे हैं। आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि पच्चीस राज्यों से जुड़े राम जानकी संस्थान ,आरजेएस फैमिली के बीच दशहरा को लेकर नकारात्मकता पर सकारात्मकता की विजय गाथा की जागरूकता फैलाई जा रही है। इसके लिए सकारात्मक भारत आंदोलन पांचवीं वर्षगांठ के अंतर्गत 25 अक्टूबर का विशेष फेसबुक लाइव शो और फेसबुक लाईव शो के प्लैटिनम जुबली यानि 75वां अंक 27 अक्टूबर ढाई बजे का “आरजेएस सकारात्मक भारत मेमोरियल” पर राष्ट्रीय वेबिनार मील का पत्थर साबित होगा  इसका लिंक है-https://us04web.zoom.us/j/79114163320?pwd=QW1NcVNvemUySVdJVWc1UDQrMkdjZz09 जो लोग 27 अक्टूबर के अलावा रोजाना सायं 8 बजे से 9बजे तक फेसबुक लाईव शो में जुड़ना चाहते हैं उसका ये लिंक है– https://www.facebook.com/ukmannaairसकारात्मक भारत आंदोलन के सहयोगी सोमेन कोले सचिव-तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि विकास शिल्प केंद्र, हुगली पश्चिम बंगाल ने कहा कि विजयदशमी भारत के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि महिषासुर मर्दिनी देवी मां दुर्गा ने नवरात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरांत नकारात्मक विचारों वाले महिषासुर पर विजय प्राप्त किया था और सकारात्मक सोच की जीत हुई थी।

रामरक्षास्त्रोत का महत्व…नवरात्रि में रामरक्षास्त्रोत का महत्व है। यदि हम रामायण पढ़े तो पता चलता है कि स्वयं श्रीराम ने भी रावण से युद्ध के पूर्व मां दुर्गा को प्रसन्न कर उनसे शक्ति मांगी थी।आरजेएस ऑब्जर्वर दीप माथुर ने कहा की 27 अक्टूबर के वेबिनार में पूर्वजों की स्मृति में महापुरुषों के नाम आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान2021 घोषित करने वाले भेंट कर्ताओं को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है इनमें यह शामिल हैं-अशोक कुमार ठाकुर, सुनील भनोट,आशीष पांडे , रिंकल शर्मा ललिता देवी , मार्कंड भाई भानूप्रताप शुक्ला‌-भगवती देवी ,रमाशंकर तिवारी- अनिता रामाशंकर तिवारी ,नम्रता उपाध्याय ,इंद्रराज सिंह सैनी-कश्मीरो देवी , सिंधु सिंह,  एस एस डोगरा ,दीपक श्रीवास्तव-स्मिता श्रीवास्तव,राजा तनेजा-ज्योति तनेजा, नरेन्द्र कुमार वर्मा-नीरा वर्मा,प्रेम भाटिया-कमल भाटिया,शिव कुमार यादव,मुकेश भटनागर , राजकुमार कादियान, डॉक्टर सत्येंद्र सिंह- इंदू सिंह ,डॉक्टर नरेंद्र टटेसर, एस एफ ए सब्जवारी ,विनय वार्ष्णेय, नीतुल सुतिया, मनोज त्रिवेदी, ओमप्रकाश झुनझुनवाला-कौशल्या देवी,  ,महेश शर्मा-श्रीमती शोभा शर्मा,  राजकुमारी देवी ,दिलीप झा-सुधा झा, भरत राम मालकोटी.आदि श्री मन्ना ने कहा कि दशहरा का पर्व हमें दस प्रकार के नकारात्मक विचारों काम ,क्रोध, मद, लोभ, मत्सर ,अहंकार ,आलस्य, हिंसा और चोरी जैसे अवगुणों को छोड़ने की प्रेरणा देता है। इन नकारात्मक विचारों से दूर रहने के लिए आरजेएस के फेसबुक लाइव और व्हाट्सएप ग्रुप में लगातार संवाद किए जाते रहे हैं, और रोजाना सायं 8:00 से 9:00 बजे तक समसामयिक चर्चा के साथ महापुरुषों के सकारात्मक विचारों से आरजेएस फैमिली को और फेसबुक फ्रेंड्स को अवगत कराया जाता है। इससे लोग अपने जीवन में सकारात्मकता का महत्व समझ रहे हैं और अपना भी रहे हैं।