स्वच्छता की शुरुआत नित्य क्रिया से होती है। अंत: हाथों की समुचित साफ सफाई और स्वच्छ शौचालय बीमारियों से दूर रहने में मददगार है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित विश्व शौचालय दिवस की थीम “वैल्यूइंग टाॅयलेट” उपलक्ष्य में आरजेएस राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन रविवार 21 नवंबर 2021को किया जाएगा
रामजानकी संस्थान के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि समाज सुधारक और सुलभ सैनिटेशन एंड सोशल रिफाॅर्म्स मुवमेंट के संस्थापक डा.बिंदेश्वर पाठक के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संघ ने 19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस घोषित किया है। इस तरह दुनिया का ध्यान खुले में शौच से बढ़ती बीमारियों के रोकथाम की ओर गया।आरजेएस- टीजेएपीएस केबीएस के द्वारा आजादी की श्रृंखलाबद्ध 75 अमृत गाथा कार्यक्रमों के अंतर्गत 27 वां अंक रविवार 21 नवंबर को आयोजित है जिसमें मुख्य अतिथि डॉ बिंदेश्वर पाठक स्वच्छता का पहला चरण शौचालय पर व्याख्यान देंगे। वेबिनार में चर्चा की थीम का शुभारंभ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त उपभोक्ता कानून के विशेषज्ञ और हेल्दी यू फाउंडेशन के संस्थापक प्रोफ़ेसर बिजाॅन मिश्रा करेंगे।
धन्यवाद ज्ञापन दिल्ली एमसीडी के पूर्व निदेशक और आरजेएस ऑब्जर्वर दीप चंद्र माथुर करेंगे ।वेबीनार का संचालन डॉ पुष्कर वाला उप प्राचार्य बीडीएसएल महिला कॉलेज जमशेदपुर (झारखंड) करेंगी। वेबीनार दर्जनभर महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देकर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा होगी। वेबिनार की यूट्यूब पर लाईव स्ट्रीमिंग भी होगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाया जा सके।श्री मन्ना ने बताया कि हर रविवार आरजेएस वेबिनार किया जाता है। इसके अलावा स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित देशभर से मंगवाई विडियो संवाद को आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया व आरजेएस वाणी के यूट्यूब अपलोड किया जाता है।रविवार 28 नवंबर को वर्चुअल बैठक “प्रशासनिक एजेंसियों का तर्क पूर्ण तालमेल और नागरिक अनुशासन” विषय पर आयोजित होगा जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।