भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने शिक्षक दिवस पर भारत के भविष्य को गढ़ने वाले शिक्षकों को बधाई दी। उन्होने पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा आयोजित एक शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षकों का सम्मान किया और उपस्थित शिक्षको को संबोधित किया।
श्री मनोज तिवारी ने कहा आज का दिन वर्ष 1962 से देश के दूसरे राष्ट्रपति, महान दार्शनिक और एक शिक्षक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉ राधाकृष्णन का जन्म 05 सितम्बर,1888 को तमिलनाडु के तिरुतनी नाम के गांव में हुआ था. राजनीति में आने से पहले उन्होंने अपने जीवन के 40 वर्ष अध्यापन को दिये थे. उनका कहना था कि जहां कहीं से भी कुछ सीखने को मिले उसे अपने जीवन में उतार लेना चाहिए। उन्होने कहा कि मै डा .एस. राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देता हूं।’ ‘शिक्षक युवा दिमाग को मजबूत मूल्यों के साथ प्रभावित करते हैं और उन्हें उत्सुक होने के लिए प्रेरित करते हैं. ऐसा कर वे राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्व भूमिका निभाते हैं’।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि शिक्षक वास्तविक कुम्हार की तरह हैं जो न केवल हमारे जीवन को एक आकार देते हैं, बल्कि दुनिया भर में अंधेरे को दूर करने के बाद हमेशा के लिए एक दीपक की तरह जलने में सक्षम बनाते हैं ताकि, हमारे देश को बहुत सारे उज्ज्वल दीपकों के साथ प्रबुद्ध किया जा सके। उन्होने कहा कि एक आदर्श शिक्षक की कल्पना करें, तो वह अनुशासन के साथ जीने का पाठ पढ़ाता है, तो उदारता के साथ हमें स्वीकारते हुए सुधारता भी है। वह हमारे मन, मस्तिष्क, विचार और आत्मा को आकार देता है। इसलिए उतने ही अधिकार के साथ गलतियों पर सजा भी देता है, जो कई बार अति आवश्यक भी होती है। परंतु कुल मिलाकर शिक्षक का संपूर्ण कर्तव्य क्षेत्र ही हमारे सफल, शुभ और सुखमय जीवन का हेतु होता है।इसलिए न सिर्फ हमें गुरू की शिक्षा को ग्रहण करना चाहिए वल्कि सद्गुणों को अपने जीवन मे उतार कर जीवन को आदर्श बनाना चाहिए
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि जिस तरह गुरु का सम्मान करना शिष्यो की परंपरा रही है वहीं शिष्यांे को सही मार्गदर्शन करना गुरुओं का कर्तव्य है। व्यक्ति के विकास के साथ समाज को सही दिशा देने में शिक्षकों की भूमिका अहम हो सकती है। उन्होंने कहा कि आज देश के लिए कैमिकल प्लास्टिक और जनसंख्या विस्फोट बड़े खतरे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से इन तीन बड़े खतरों से निपटने के लिए देशवासियों का आह्वान किया है और अगर देश के शिक्षक समाज को समझाने का मन बना लें कि हमें देश पर मंडरा रहे हैं इन तीन संकटों से निपटने के लिए आगे आना चाहिए तो मुझे भरोसा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का अभियान जन जन का अभियान बन जाएगा। इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों एवं कर्मचारियों को श्री मनोज तिवारी ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए शपथ भी दिलवाई और दिल्ली सरकार से माँग की कि गेस्ट टीचरों को 60 वर्ष तक रोजगार की गारंटी दी जाए। शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का इससे बड़ा सम्मान नहीं हो सकता।