“अमृत काल का सकारात्मक भारत” कार्यक्रम अगस्त 2047 तक प्रस्तुत करेगा आरजेएस पीबीएच,30 अप्रैल से‌ होगा शुभारम्भ

राम जानकी संस्थान (आरजेएस) की आजादी की‌ अमृत गाथा का एक सौ पैंतालीसवां संस्करण का समापन रविवार को ऑनलाइन आयोजित है।

पिछले 9 अप्रैल 2023को उत्तर प्रदेश से हैप्पीनेस यात्रा शुरू होकर  दिल्ली में चार दिनों के पड़ाव‌ के बाद स्वामी माधवानंद जी के सानिध्य में दिल्ली से पटियाला की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक यात्रा संपन्न कर 17 अप्रैल को  आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया फैमिली वापस दिल्ली लौट आई है। आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि हैप्पीनेस यात्रा के समापन पर रविवार 23 अप्रैल की सुबह 11 बजे मुख्य अतिथि स्वामी माधवानंद जी की  उपस्थिति में यात्रा के सभी आठ सदस्यीय दल ऑनलाइन अपने अनुभवों को देशभर की आरजेएस फैमिली के बीच शेयर करेंगे। इस कार्यक्रम के सह-आयोजक राजेन्द्र सिंह कुशवाहा और बजरंगी कुशवाहा हैं।

इस कार्यक्रम में आरजेएस पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) के कार्यक्रम “अमृत काल का सकारात्मक भारत” नामक सालाना 52 एपिसोड की श्रृंखला की घोषणा होगी जो अगस्त 2047 तक चलेगी। ये पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस सरकार और जनता के बीच एक सेतु का काम करेगा । इसका पहला एपिसोड रविवार 30 अप्रैल 2023 को ऑनलाइन प्रस्तुत किया जाएगा। जबकि चैनल की विधिवत् लांचिंग नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस2023 के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम “जयहिंदजयभारत”  में होगी।

हर रविवार आरजेएस वेबिनार/कार्यक्रम/बैठक “अमृत काल का भारत” को सह-आयोजक के सहयोग से पूरा किया जाएगा। इसमें ओपन हाउस इंटरैक्टिव सेशन पर जोर रहेगा। इसे सोशल मीडिया के सभी चैनलों पर अपलोड किया जाएगा और यूट्यूब पर लाईव प्रसारण होगा।

इसका उद्देश्य भारत के सरकारी -गैर सरकारी सकारात्मक व्यक्तित्वों और‌ संगठनों से साक्षात्कार और परिचर्चा के माध्यम से सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन के उद्देश्यों को पूरा करना है।