तीसरा दिल्ली अन्तरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल 2014

​प्रेमबाबू शर्मा​ 

*सुभाष घई को लाइफ टाइम, विश्वजीत को विशेष सम्मान और कुश्ती के लिए सुशील कुमार को मिलेगा मीनारे दिल्ली
*सुभाष घई को लाइफ टाइम, विश्वजीत को विशेष सम्मान और कुश्ती के लिए सुशील कुमार को मिलेगा मीनारे दिल्ली
* टूरिज्म मंत्री महेश शर्मा करेंगे उदघाटन, आई बी मिंस्टर राज्य वर्धन राठौड़ करेंगे समापन और बी जे पी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, अर्पणा कौर और नेशनल सचिव आर पी सिंह के साथ तिग्मांशु धूलिया होंगे गेस्ट ऑफ ऑनर
* २० से २७ तक होगा फेस्टिवल, दिखाई जाएँगी ४५ देशों की २५० फ़िल्में, नसीर, इमाद और हीबा की फ़िल्में दिखाई जाएंगी।
* पाकिस्तान की मीरा और दक्षिण के सिद्धार्थ होंगे फेस्टिवल के आकर्षण
* विशेष होगा आर्ट कैंप और अंतराष्ट्रीय कवि सम्मलेन
* खेलों पर गूंगा पहलवान और विशेष समुदाय किनर्स पर भी फ़िल्में।
* वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी, एनिमेशन और दिल्ली को फिल्म सिटी बनाने पर विशेष सेमिनार
*होंगी कई किताबे विमोचित

अपनी शुरुआत के तीसरे साल के बाद इस साल दिल्ली का अंतर राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल कुछ अलग होगा। दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में एन डी एम सी कन्वेंशन सेंटर में २० से २७ दिसंबर तक आयोजित होने वाले इस फेस्टिवल में इस बार दिल्ली फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत इस्राइल के प्रसिद्ध निर्देशक एलान यागोड़ा की फिल्म द नेबर हुड से होगी। ओपनिंग फिल्म द नेबर हुड के साथ ग्रीस के निर्देशक थांसिस नेऑफोटिस्टोस की शार्ट फिल्म द सन एंड द विंड भी दिखाई जायेगी और पाकिस्तान की निर्देशक मीनू गौड़ की फिल्म जिन्दा भाग से फेस्टिवल का समापन होगा। इस बार फेस्टिवल में ४५ विभिन्न देशों की २५० फिल्में नहीं दिखाई जाएंगी बल्कि पाकिस्तान के निर्देशक जमील दहलवी की इनफाइनिटी जस्टिस, बांग्ला देश के ऑस्कर नामंकित निर्देशक खालिद मियां मिट्ठू की ग्लो ऑफ़ फायर फ्लाई, रूस की एमेचर्स, स्पेन की एस्मोर्गो, ब्लू, नेपाल की टुल्क गंज के टुलके, बाल कृष्ण समा, चीन की बैक टू १९४२, कनाडा की इफ यू लव योर चिल्ड्रन, ईराक की लॉस्ट इन द डस्ट,मैक्सिको की पोर्क चोप्स, तुर्की की स्प्रिंग्स इस रेबूलियस और जर्मन की व्हेन वी लीव जैसी फ़िल्में भी आकर्षण होंगी। साथ ही प्रवासी भारतीय निर्देशकों की भी करीब २२ फ़िल्में भी दिखाई जाएँगी। इन फिल्मों में दक्षिण के सुपर स्टार सिद्धार्थ की समलैंगियों पर बनी फिल्म कन्फ्यूएड एट सिक्सटीन भी दिखाई जाएगी। 
फेस्टिवल में पर्यावरण, एनिमेशन, डाक्यूनमेंटरी फ़िल्में और स्टूडेंट फ़िल्में भी दिखाई जाएंगी. फेस्टिवल में इस बार ए आर कारदार और चेतन आनदं को श्र्द्धांजलि दी जा रही है। दिल्ली और भारतीय सिनेमा के सौ साल पूरे होने पर शुरू किया गया ये फिल्म फेस्टिवल दुनिया का पहला ऐसा फिल्म फेस्टिवल है जिसमे फिल्मों के साथ कला, संगीत फैशन और सूफी नाईट का भी आयोजन होता है। फिल्म फेस्टिवल के चेयरमैन भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े फ़िल्मकार अदूर गोपाल कृष्णन हैं और फेस्टिवल के ब्रांड एम्बेस्डर नेशनल फिल्म अवार्ड विनर तिग्मांशु धूलिया हैं. दिल्ली का अंतर राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल देश का पहला ऐसा फेस्टिवल है जो फ़िल्में दिखाने के साथ दिल्ली को फिल्म सिटी बनाने और एन डी एम सी के साथ मिलकर दिल्ली में वन विंडो शूटिंग क्लीयरन्स पर भी काम कर रहा है ताकि आने वाले सालों इन दिल्ली को एक फिल्म सिटी बनाया जा सके और दिल्ली फिल्मों की शूटिंग आसान हो सके।