पुर्नविवाह की संभावना को अनुचित माना जाता है और जो कोई नए जीवनसाथी के साथ नई जिंन्दगी शुरू करने की हिम्मत करता है उन्हें आज भी समाज के रूढिवादी लोग अच्छा नहीं मानते हैं। यश और आरती के लिए तो यह और भी बढी चुनौती बन जाती है क्योंकि दोनों ही युवा बच्चों के माता-पिता हैं। क्या उनके बच्चे अपनी जिंन्दगी में नए माता-पिता को अपनाएंगे? क्या दोनों के बच्चों के बीच होने वाले तनावों के कारण दोनों जीवनसाथियों के बीच मुश्किलें और भी बढ जाएंगी? ये कहानी है सोमवार २० फरवरी से प्रत्येक सोमवार से शुक्रवार रात 10.3० बजे प्रसारित होने वाले जीटीवी नये शो की।
शो में अपने रोल की चर्चा करते हुए के कहती है, ‘‘झांसी की रानी में रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका में भारी प्रशंसा बटोरने के बाद एक बार फिर मुझे जी टीवी के साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। झांसी की रानी के ऐतिहासिक पात्र को करने के बाद पुनर्विवाह की दहलीज पर खडी युवा बच्चो की मां और आज की मॉर्डन महिला की मैच्योर भूमिका पेश करना वाकई चौलेंजिंग है। जिंन्दगी को दूसरा मौका देने और फिर से खुशियां तलाश करने के आयडिया ने मुझे सबसे ज्यादा अपील किया। मैं अपनी तरफ से बेहतरीन काम कर यह उम्मीद करूंगी कि दर्शक मुझे आरती के रूप में स्वीकार करें और झांसी की रानी की तरह ही प्यार दें।’’
अपने रोल के बारे में गुरमीत का कहना है, ‘‘हमेशा मस्त और शरारती व्यक्ति के बजाए हमेशा खामोश रहने वाले कुल और कडवाहट से भरे यश की भूमिका मेरे लिए काफी चैलेंजिंग है। लेकिन मुझे अपनी एक्टिंग पर पूरा भरोसा है। पुनर्विवाह में मुझे अब तक किए गए रोल से एकदम अलग कर दिखाना है और मुझे पूरा यकीन है कि दर्शक मेरे इस नए अवतार को पसंद करेंगे!’’
जी टीवी के हेड फिक्शन प्रोग्रामिंग श्री सुकेश मोटवानी ने कहा, जी टीवी की नई ब्राण्ड पोजिशनिंग उम्मीद से सजे जिन्दगी को ध्यान में रखते हुए हमें सकारात्मक उम्मीद की भावना से भरपूर इस शो को पेश करते हुए हमे गर्व हो रहा है। पुनर्विवाह साहसी होने, जिन्दगी को दूसरा मौका देने और प्यार और खुशियों की खोज में नई शुरूआत करने के बारे में है। यह कहानी है दो ऐसे लोगों की है जो अपने पहले प्यार को खोने के बाद फिर से एक साथ अपनी जिन्दगियों को बनाने की तलाश में है। पुनर्विवाह का निर्माण शशि सुमीत प्रोडक्शसंस ने किया है। अपने पति सुमीत मित्तल के साथ इसका सहनिर्माण करने वाली शशि मित्तल ने पहले भी जी टीवी के लिए घर की लक्ष्मी…..बेटियां, नागिन और मॉ जैसे धारावाहिक लिखे है।
जी टीवी द्वारा पुनर्विवाह को एग्रेसिव, इंटरेक्टिव मार्केटिंग कैम्पेन के साथ लांच करने की योजना है जो दर्शकों के बीच आउटडोर, प्रिंट ओर इलेक्ट्रानिक मिडिया पर पुनर्विववाह के बारे में सार्थक बहस छेड सके।