पांचवें ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल में देश की 25 महिला कवियित्रियों को मिला सम्मान

(एस. एस. डोगरा)

नोएडा। 5th ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल के दूसरे दिन 12 सितंबर को दोपहर के सत्र एक भव्य कार्यक्रम में एक कविता संग्रह ” कही अनकही” का विमोचन किया गया । इस कविता संग्रह में देश भर से 25 चुनिंदा कवियित्रों की कविताओं को शामिल किया गया है। पाठकों को इस संकलन में हिंदी और इंगलिश दोनों भाषाओं में कविताएं पढ़ने को मिलेंगी। बदलते समय में कविता के क्षेत्र में यह एक प्रयोगधर्मी प्रयास है, उम्मीद की जा सकती है कि पाठक इसे सराहेंगे।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रही इंस्पेक्टर जनरल, डॉ राजश्री सिंह, कार्यक्रम की अध्यक्षता की मीडिया जगत के सिरमौर संदीप मारवाह जी ने। प्रख्यात नृत्यांगना, आरुषि निशंक और मोटिवेशनल स्पीकर अनुपम आचार्य ने इस कार्यक्रम में विशिष्ट अथिति के रूप में भाग लिया।
इस मौके पर बोलते हुए राजश्री सिंह ने कहा कि बढ़ते दौर में महिलाओं को आपसी पारिवारिक सामंजस्य बनाने की और जीवन में निरंतर आगे बढ़ने की आवश्यता है।


डॉ संदीप मारवाह ने कहा कि आज महिलाओं को अपने इस रचनात्मक संसार को बढ़ावा देना चाहिए और ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल रचनात्मक गतिविधियों के लिए एक उचित प्लेटफॉर्म है।
आरुषि निशंख ने महिलाओं को दृढ़ता के साथ अपनी ज़मीन पर खड़े रहने और संकल्प को जीवन में अपनाने की सलाह दी। इस मौके पर कही अनकही कविता संग्रह की 25 कवियित्रियों को इस 5th ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल में सम्मानित भी किया गया। इस पुस्तक का संकलन पुष्प दहिया ने किया है और पुस्तक का प्रश्न दिल्ली के एक चर्चित पब्लिशिंग हाउस राही पब्लिकेशन ने किया है।