—चन्द्रकांत शर्मा—
आज हमारे समाज की बेटियों और महिलाओं ने अपनी मेहनत और लगन से हर क्षेत्र में अपना एक अनूठा स्थान प्राप्त किया है। ऐसा कोई काम नहीं है, जहां हमारे समाज की महिलाओं ने जौहर न दिखाए हों। इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, खेल-जगत एवं मनोरंजन कोई भी क्षेत्र लीजिए-महिलाओं ने पुरुषों को जमकर टक्कर दी है, इसका ताजा उदाहरण हमारे देश की महिला क्रिकेट टीम है, जो महिला क्रिकेट वल्र्ड कप के फाइनल तक अपनी पहचान दर्ज करवा चुकी है।
भारतीय सिनेमा भी इस सोच से अछूता नहीं रहा, आज महिलाएं बढ़-चढक़र इस पेशे से जुड़ रही हैं। एक वक्त था जब फिल्म जगत में भी महिलाओं को दोयम दर्जे का स्थान प्राप्त था, अपनी रचनात्मक प्रतिभा से महिलाओं ने अपनी एक खास जगह बना ली है, न केवल उनकी भागीदारी इस पेशे में बढ़ी हैं, वरन् पिछले काफी समय से सिनेमा के विषयों में भी महिला प्रधान कहानियां सामने आने लगी हैं। मदर-इंडिया, कहानी, क्वीन, मर्दानी व नो वन किल्ड जेसिका जैसी फिल्में इसका जीता जागता उदाहरण है।
यशबाबू एंटरनेटमेंट द्वारा निर्मित फिल्म ए डॉटर्स टेल पंख इसी दिशा में एक सराहनीय कदम है। इस फिल्म के जरिये निर्माता राजिन्द्र वर्मा ‘यशबाबू’ ये सन्देश देना चाहते हैं कि नारी सशक्त तभी होगी जब उसे शिक्षा रूपी पंख दिए जाएं, उसे अपने और दूसरों के खिलाफ हो रहे अन्याय से लडऩे की ताकत शिक्षा से ही मिल सकती है।
आज औरत मर्दों पर निर्भर नहीं है, उसकी अपनी एक पहचान है, वो अपने हक के लिए पुरुष-प्रधान समाज के सामने लाचार अबला नारी की तरह हाथ जोड़े खड़ी नहीं रहती, बल्कि उसी समाज की आंखों में आंखें डालकर अपने सवालों के जवाब मांगती है, अपने हक की लड़ाई लड़ती है।
फिल्म का निर्देशन प्रेमराज व राजिन्द्र वर्मा ने किया है और छायांकन है अजय आर्य। फिल्म में डॉ. निशिगंधा वाड, स्टैफी पटेल, रागिनी दीक्षित, पारुल कौशिक, पूजा दीक्षित, सुरभि कक्कड़, मेहुल बुच, राहुल जेतली, सुनील लहरी, राहुल चौधरी व सुधीर पांडेय ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है।