दिल मिल गये,गीत,मधुबाला और एक इश्क एक जुनून जैसे अनेकों धारावाहिकों में अपने अभिनय का रंग जमाने के बाद में इन दिनों जी टीवी शो ‘‘एक था राजा एक थी रानी’ में मुख्य किरदार को निभा रही है। दृष्टि मानती है,कि उन्होंने अब तक जो भी काम किया,लेकिन शो में उनका किरदार वकाई चैलेजिंग था। लेकिन शो में काम करते हुए मजा आ रहा है।हाल में उनसे मुलाकात हुई पेश मुख्य अंशः
ऐसी कौन सी खास बात थी, जिसके लिए आप इस शो से जुड़ीं?
इस शो में मेरा जो रोल है, मुझे लगता है कि जिस किसी भी एक्टर को यह रोल दिया जाता, वो इससे इनकार नहीं कर सकता था। मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रही हूं क्योंकि मैं यह रोल कर रही हूं बल्कि मुझे सचमुच ऐसा लगता है कि इस रोल को कोई मना नहीं कर सकता था। गायत्री का मेरा किरदार दूसरे धारावाहिकों से बिल्कुल अलग है। यह आजादी से पहले के दौर पर आधारित है जिस पर अभी तक कोई भी शो नहीं बना है। इसमें भारतीय शाही परिवारों की शानदार जीवनशैलियां हैं, प्रेरणा हैं, असुरक्षाएं हैं और कुछ अनसुलझे रहस्य भी हैं। यह शो उस दौर के राजमहलों की चारदीवारी में झांकता है। मैंने जब यह कन्सेप्ट सुना तो काफी उत्साहित हो गई और इस शो के शूटिंग स्थलों, परिधानों के बारे में जानना चाहा और फिर मैंने इसे स्वीकार कर लिया।
इस रोल में अब तक क्या मुश्किलें या चुनौतियां आई ?
मैं इसे मुश्किल नहीं कहूंगी। दरअसल मैं इस रोल का पूरा मजा ले रही हूं। चूंकि यह आजादी के पहले की कहानी है इसलिए बस इसकी भाषा थोड़ी अलग है। साथ ही मैं इसमें 24 साल की लड़की की भूमिका निभा रही हूं इसलिए किरदार के हिसाब से ढलने के लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ रही है।
कोएक्टर सिद्धांत कार्णिक के साथ शूटिंग के क्या अनुभव रहे?
आपने अब तक कई रोल निभाये है, क्या कोई खास रोल निभाना चाहती हैं?
मुझे लगता है कि मैं इस वक्त जो किरदार निभा रही हूं, मैं इससे संतुष्ट हूं क्योंकि खुद को शाही अंदाज में पेश करना मेरी पहली प्राथमिकता है। मुझे नहीं लगता कि मैं इससे बेहतर कुछ चाहती थी।
आगे की क्या योजनाएं हैं? कुछ और शोज भी कर रही हैं?
फिलहाल तो मैं बस ‘‘एक था राजा एक थी रानी’ पर ध्यान दे रही हूं।