आदर्श ग्रामीण समाज दिल्ली के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दयानन्द वत्स ने दिल्ली के उपराज्यपाल और डीडीए के चेयरमेन श्री अनिल बैजल को पत्र लिखकर उनसे डीडीए के रोहिणी इलैक्ट्रिक डिवीजन के अधिकारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की मांग की है जिनकी लापरवाही के चलते रोहिणी हैलीपोर्ट रोड पर तीन किलोमीटर लंबी सडक अंधेरे में डूबी है। सैंकडों खंबे लगे हैं पर लाइट तीन पर ही जलती है। यह रोहिणी को बवाना औद्योगिक क्षेत्र को जोडने वाला एकमात्र अतिव्यस्त मार्ग है। प्रति घंटा हजारों छोटे बडे वाहन यहां से गुजरते हैं। अंधेरे का फायदा असामाजिक तत्वों को तो होता ही है साथ ही दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ जाती है। डीडीए के निर्माण कार्य के चलते हैलीपोर्ट रोड की सडक में पांच जगहों से रोड कटिंग तो की गई लेकिन खराब गड्ढा युक्त सडक को आज तक फिर से नहीं बनाया गया है। जिसके कारण वाहन चालक दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं। सारी सडक पर मिट्टी जमा है। वाहनों के गुजरने से धूल कख गुबार हर.समय.उठता रहता है।
श्री वत्स ने उपराज्यपाल से रात को हैलीपोर्ट रोड का औचक निरीक्षण करने की अपील की है ताकि वे वस्तुस्थिति से खुद रुबरु हो सकें।
उप-राज्यपाल से डीडीए के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग:दयानंद वत्स
December 11, 2017
Update
रात को दिल्ली पुलिस की पिकेट भी पहले हैलीपोर्ट रोड पर लगती थी। लेकिन काफी समय से.यहां पुलिस की मौजूदगी भी नहीं है। रात को घुप्प अंधेरे में वाहन चालकों व पैदल यात्रियो को आपराधिक तत्वों का डर बना रहता है। महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से भी रोहिणी हैलीपोर्ट रोड एक डार्क स्पाट है।