सकारात्मक बैठकों और सकारात्मक पत्रकारिता से भारत-निर्माण की कोशिशों में विभिन्न राज्यों की यात्राएं करना 25 राज्यों की आरजेएस फैमिली के लिए कोई नया नहीं है। सकारात्मक भारत आंदोलन के प्रथम सहयोगी टीजेएपीएस केबीएसके के साथ इससे पहले भी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और महाराष्ट्र की सकारात्मक यात्राएं हो चुकी हैं ।
इसी की अगली कड़ी है आगामी 19 फरवरी 2020 से शुरू उत्तराखंड, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल की यात्राएं।टीम आरजेएस (राम जानकी संस्थान) नई दिल्ली द्वारा देशभर में 127 बैठकों और 100 लघु बैठकों में 270 हुतात्माओं को देश के 25 राज्यों में श्रद्धांजलि देकर सार्थक और सकारात्मक जीवन जीने के लिए स्थानीय लोगों को प्रेरित किया गया।आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि उत्तराखंड देवभूमि है और यहां का पहाड़ी व्यंजन जग प्रसिद्ध है। सकारात्मक बैठकों की थीम है- उत्तराखंड के व्यंजन.देवभूमि रसोई को लेकर आरजेएस फैमिली से जुड़े पंकज अग्रवाल बैठकें करेंगे, जिससे उत्तराखंड के लजीज व्यंजनों के प्रति लोगों और नई पीढ़ी में आकर्षण बढ़े।इसी तरह अन्य बैठकों में उत्तराखंड की लोक-संस्कृति, गीत-नृत्य और संगीत, विरासत, रहन-सहन , पर्यटन और वेशभूषा पर चर्चा कर इसके ज्यादा से ज्यादा उपयोग के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित किया जाएगा और उत्तराखंड सहित देश के महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।उत्तराखंड से दिल्ली वापस आनेके बाद ये यात्रा पुन: बिहार,झारखंड और प. बंगाल होते हुए वापस दिल्ली आएगी ।मीडियाकर्मियों की यह कोशिशें देश निर्माण की भावना से ओतप्रोत है। अपने सीमित साधनों और संसाधनों की सहारे चार सालों से ज्यादा इस मिशन को जीवंत और चलायमान रखकर मीडिया कर्मियों ने एक अनोखा कीर्तिमान बनाया है।