“महापुरुषों की सकारात्मक सोच का अनुसरण कर हम सार्थक जीवन जी सकते हैं। इनका जीवन हमें राष्ट्र के लिए सकारात्मक कार्य करने की प्रेरणा देते हैं ।राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28फरवरी 2021को अभिप्सा विशेष विद्यालय, पटना के प्रांगण में आयोजित आरजेएस सकारात्मक बैठक में ये बातें मुख्य वक्ता प्रोफेसर डॉ शकुंतला ठाकुर ने कही। बैठक में पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद (पुण्यतिथि)महान दार्शनिक महर्षि अरविंद(ऑरोविले आश्रम स्थापना दिवस) और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित डॉ सी वी रमन (रमन प्रभाव खोज दिवस)तथा सकारात्मक व्यक्तित्व स्व० यूपी सिन्हा व स्व० विश्वजीत कुमार को श्रद्धांजलि दी गई।
रामजानकी संस्थान,आरजेएस और टीजेपीएस केबीएसके गेंटेगोरी (धनियाकली)पश्चिम बंगाल के संयुक्त तत्वावधान में दिल्ली से आरजेएस सकारात्मक बैठकों की नई श्रृंखला शुरू हुई है, जो अभी तीन राज्यों से होते हुए आरजेएस फैमिली से जुड़े 25 राज्यों में पहुंचेगी। सकारात्मक भारत जन आंदोलन के अंतर्गत राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर महेशपुर गुलज़ार बाग पटना स्थित अभीप्सा विशेष विद्यालय के अध्यक्ष और 137 वीं आरजेएस सकारात्मक बैठक के सह-आयोजक ओपी झुनझुनवाला ने महर्षि अरविंद के औरोविले आश्रम की स्थापना दिवस पर उन्हें नमन् करते हुए संस्थापक माता मीरा अल्फासा को भी याद किया। उन्होंने आरजेएस फैमिली को मानसिक आरोग्य उद्दीपन जागृत करने और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने पर बल दिया।ओपी झुनझुनवाला आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान 2021 के भेंटकर्ता हैं। परिचर्चा के विषय “अधिगम अक्षमता और व्यवहारिक परेशानियां: वैज्ञानिक कारण व निदान” पर व्याख्यान देते हुए विषय के विशेषज्ञ श्रीमती सुमन झुनझुनवाला ने कहा कि गर्भधारण से पहले और बच्चों के जन्म तक माताओं को तीन अवस्थाओं में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है ।सामान्य बच्चों के प्रसव के लिए दवाओं की जगह तनाव मुक्त जीवन,पौष्टिक खानपान और सकारात्मक विचार जरूरी हैं। अगर बच्चों के कौशल विकास में सामान्य व्यवहार नहीं पाया जाता है ,तो ये बच्चे विशेष कहलाते हैं। ऐसे बच्चों के लिए सारी सुविधाएं अभीप्सा विशेष विद्यालय जैसी तमाम संस्थाओं के पास हैं। विशेष बच्चों के लिए परिवार को संकोच करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। आज प्रशिक्षित शिक्षक और नई तकनीक उपलब्ध है। बैठक में रीता सिन्हा विशेष शिक्षक अमरेश कुमार विशेष शिक्षकशांतनु कुमार विशेष शिक्षक और वैभव भारद्वाज का योगदान भी सराहनीय रहा।बैठक में हिस्सा लेते हुए आर्मी परिवार की अंजलि ने बताया कि अपने साहस और शौर्य को आधार बनाकर उन्होंने अपने इकलौते विशेष बच्चे का पालन- पोषण किया और विशेष मां कहलाने में उन्हें गर्व होता है। विशेष बच्चों की माता पूनम ने भी अपने अनुभव साझा किए। विशेष बच्चों से भी बैठक का मंच साझा कराकर उनका उत्साह बढ़ाया गया। बैठक में आरजेएस फैमिली की होनहार बेटी पलक ने शंखनाद से वातावरण को और पावन बना दिया वहीं बेटा सक्षम ने वंदेमातरम् का धुन बजाकर दर्शकों में देशभक्ति का जोश और जज्बा भर दिया। बच्चों ने रमन प्रभाव के खोज दिवस 28 फरवरी की जानकारी साझा की।बैठक को सफल करने में आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान 2021 के भेंटकर्ता रोहित कुमार ने भी सहयोग किया। बैठक के अंत में वैभव भारद्वाज ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए पूर्व राष्ट्रपति डा.राजेंद्र प्रसाद के बारे में अपने विचार साझा किए।