DwarkaParichay.com Newsdesk
अखिल भारतीय प्रधान संगठन की स्वायत संस्था एंटी कोरोना टास्क फ़ोर्स ने देशभर में अब तक कोरोना महामारी के कारण मारे गए सभी डॉक्टरों,नर्सों,पुलिसकर्मियों,पत्रकारों,सफाई कर्मचारियों समेत आम नागरिकों को कोरोना योद्धा के रूप में शहीद का दर्ज़ा देते हुए भारत वर्ष में दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, उड़ीसा, उत्तराखंड आदि राज्यों में कार्यरत एसीटीएफ के लगभग 35 हज़ार स्वयंसेवकों ने एक साथ श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा।
इस आशय की जानकारी देते हुए एंटी कोरोना टास्क फ़ोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी एवं राष्ट्रीय संयोजक डॉ.कृष्ण कुमार झा ने संयुक्त रूप से बताया कि हमने देखा है की आज देश इस महामारी के प्रकोप में भी एकजुट होकर लड़ रहा है। देश का हर नागरिक सुरक्षित रहे इसके लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकारें युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं। लेकिन लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूर भाई – बहनों को अपने घर पहुंचने के जो परेशानियां झेलनी पड़ी अब उनको भारत सरकार व राज्य सरकारें रेल और ट्रांसपोर्ट के माध्यम से घर पहुंचाने का कार्य कर रही है।
इस कार्य में एंटी कोरोना टास्क फ़ोर्स की मुहीम चलो घर चले के माध्यम से प्रवासी मजदूरों के डिजिटल फार्म भरवाकर आरोग्य एप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है वहीँ सरकारों को वह डाटा भी उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि जरूरत और परिस्थिति के अनुसार ट्रैन व अन्य ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की जा सके। डॉ कृष्ण कुमार झा ने बताया कि देस में आज संक्रमित मरीजों की संख्या 59 हज़ार के पार हो गयी है वहीँ 1981 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी आज हम उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रख रहे हैं।
इस मौन से उन लोगों को सन्देश देने का प्रयास है जो अभी भी लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं कर रहे और ना स्वास्थ्य नियम अपना रहे हैं ऐसे लोग समाज और देश के साथ साथ आज पूरी मानवजाति के लिए खतरा हैं। सरकार को चाहिए की इनपर सख्ती से कार्रवाई करे ताकि हम कोरोना महामारी से जंग जीतने में सफल हो सकें।
Source: -अशोक कुमार निर्भय