आर. डी. भारद्वाज “नूरपुरी “
पिछले कुच्छ वर्षों से लड़कियों और औरोतों में ब्यूटी पार्लर जाने का चलन कुच्छ ज़्यादा ही बढ़ गया है , घर में छोटा बड़ा कोई भी फंक्शन हो , महिलाएँ भागती हुई सीधी ब्यूटी पार्लर जाती हैं और वहाँ से अपनी सुविधा और समर्था अनुसार सजती संवारती हैं । वहाँ यह काम करने वाली महिलाएँ कभी २ तो उनका रूप रंग और व्यकितत्त्व इस हद तक तबदील कर देती हैं कि जब यह वहाँ से इतना सजधज के आती हैं कि कभी २ तो पहचान में भी नहीं आती कि यह वही महिला है या कोई और । वह वहाँ जाकर अपना पैसा भी खर्च करती हैं और समय भी , इससे उनकी सुन्दरता में कितनी वृद्धि होती है और वह वृद्धि कितने दिनों तक बरकरार रहती है , यह तो एक अपने २ विचार, बहस और इस बात पर निर्भर करता है वह महिला अपनी सेहत और सुन्दरता का कितना ध्यान रख पाती हैं , हाँ ! लेकिन इस में कोई शक नहीं कि अब यह ब्यूटी पार्लर जाने और वहाँ से सजने सँवारने का शौक अब केवल शहरों तक ही सीमित नहीं रह गया है ; गाँवो की लड़कियाँ / महिलाएँ भी अब इस दौड़ में खूब शामिल हो रही है ! और ब्यूटी पार्लर चलाने वाले भी इनसे अच्छी कमाई करते हैं । ऐसा भी नहीं है कि महिलाओँ में सजने सँवरने की इतनी प्रबल भावना / इच्छा पहले नहीं होती थी , उनकी यह अन्तरन्ग इच्छा तो सदियों से उनके अन्दर रची बसी है , अन्तर केवल अब यह आ गया है कि पहले महिलाएँ अपने घर में ही सजती सँवारती थी , खुद ही या अपने घर की अन्य लड़कियों / महिलायों की सहायता लेकर वह अपने मन की यह रीझ पूरी कर लेती थी , मगर अब तो इस काम के लिए उनको सीधे ब्यूटी पार्लर में ही अपनी मंज़िल नज़र आती है ।
इस मामले में एक और बात मैंने नोट की है कि ऐसे ब्यूटी पार्लर भले ही शहरों में हों, किसी कसबे में या फिर गॉंव में , ऐसी दुकानों के नाम का signboard सब जगह एक जैसा ही होता है , बेशक यह हिन्दी में लिखा हो , पंजाबी में या फिर अंग्रेज़ी में ! एक दिन मुझे मेरी एक पुरानी कॉलेज फ्रेंड मिली तो मैंने उसे सवाल किया कि ब्यूटी पार्लर को हिन्दी या पंजाबी में क्या कहते हैं और ऐसी दुकानों पर यह शब्द स्थानीय भाषा में क्यों नहीं लिखा जाता ? पहले तो वह मेरी दोस्त मेरी बात सुनकर खूब हंसी और फिर कहने लगी कि इन दुकानों के नाम अपनी देश की भाषायों में इसलिए नहीं लिखा जाता क्योंकि इसका हमारी भाषा में शब्द बड़ा ही विचित्र / हास्यास्पद सा प्रतीत होता है । लेकिन मेरे जोर देने पर उसने इसका हिन्दी / पंजाबी अनुवाद / रूपांतरण जो बताया , वह वाकया ही काफ़ी हास्यजनक निकला , अगर आपको यक़ीन नहीं होता तो आप भी पढ़ लीजिये – ब्यूटी पार्लर यानि – “महिला मुख सजावट केन्द्र ” ! अब देखना यह है कि इसका हिन्दी शब्द मिल जाने और पढ़ लेने के बाद ऐसे कितने ब्यूटी पार्लर वाले अपनी ऐसी दुकानों के नाम अपनी भाषा – हिन्दी या पंजाबी में लिखने को तैयार होते हैं और वाक्य ही इसे अपनी भाषा में लिखवाते हैं ।