प्रेमबाबू शर्मा
6 फरवरी, सोमवार से रात 9:30 बजे इमेजिन टीवी एक नया फिक्शन शो ‘मी, आजी और साहेब’ पेश करने जा रहा है। महाराष्ट्र की पृष्ठभूमि पर आधारित यह शो, एक दादीमां, उनके पोते-पोतियों और उनके साहेब के बीच रिश्तों की घनिष्ठता को उजागर करेगा, जो सभी बाधाओं पर विजय प्राप्त करते हैं। साहेब का चरित्र और उनसे एक छोटी बच्ची की मित्रता, शो का भावभीना आयाम है। ‘मी, आजी और साहेब’ यह दिखाएगा कि किस तरह से भिन्न रिश्ते, समय, परिस्थितियों और उम्र के साथ घनिष्ठ, परिपक्व होते और विकसित होते हैं।
टेलीविजन पर रोजाना की सामान्य प्रस्तुतियों से अलग हटकर ‘मी, आजी और साहेब’, वसुधा के जीवन चित्रण को प्रस्तुत करता है। वसुधा, एक परिपक्व महिला है जो अपने इरादों की धनी है और अपनी अनाथ पौत्री की परवरिश के लिए सभी विषमताओं से जूझती है और उसे जीवन में श्रेष्ठ मुकाम तक पहुंचाती है। उसके सारे सपने और आकांक्षाएं, उसकी पौत्री मेघा पर ही टिके हैं।
मेघा, अपनी दादीमां की असली भावनात्मक मजबूती और जीवन को लेकर आशावादी है। वह उसके साहेब विश्वास से काफी लगाव रखती है और उन्हें काफी सम्मान देते हुए उनके साथ अपनी बातें साझा करती है।
इमेजिन के नए दैनिक शोज की श्रृंखला की घोषणा करते हुए, श्री विवेक बहल, चीफ कंटेंट ऑफिसर, टर्नर जनरल एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स प्रा. लि. ने कहा कि, ‘‘मी, आजी और साहेब’ मेघा नामक एक छोटी लड़की के जीवन के सफर की सरल, लेकिन अनूठी कहानी है, जिसकी जीवनयात्रा एक घरेलू आया की पौत्री के रूप में शुरू होती है और एक शिक्षित, तेजस्वी युवती के रूप में पल्लवित होती है। उसके दो मुख्य रिश्ते इस सफर में उसके मददगार होते हैं, एक तो उसकी नानी से और दूसरा उसके साहेब से, ये वे लोग हैं जिनके साथ सदैव उसकी खुशियां साझी होती हैं।’मेघा, वसुधा और विश्वास की भूमिकाएं, क्रमशः रीम शेख, स्मिता ओक और संदीत कुमार द्वारा निभाई गई हैं।
नीलिमा बाजपेई, प्रोड्यूसर, शाकुंतलम टेलीफिल्म्स ने इस अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘यह मेघा और उसकी सच्ची दोस्त, संरक्षक और मार्गदर्शक आजी की कहानी है। यह शो यह दिखलाता है कि सभी विपत्तियों के बावजूद व्यक्ति अपना आत्म सम्मान बचाए रख सकता है और संघर्ष के दौर में भी अपने सपने की खूबसूरती को बचाए रखकर उसे पाने की दिशा में सफल प्रयास करता रह सकता है। यह कहानी, यथार्थवादी ढंग से और एकदम सरल तरीके से प्रस्तुत की जाएगी।’