प्रेमबाबू शर्मा
रामदेव ने कहा चालू वित्त वर्ष में भी वृद्धि की यह गति बनी रहेगी और वर्ष के दौरान पतंजलि का कारोबार दोगुने से अधिक बढकर 10,000 करोड रूपये के पार पहुंच जाएगा। रामदेव ने कहा कि पतंजलि इस साल तीव्र प्रतिस्पर्धा वाले डेयरी उत्पादों के क्षेत्र में भी उतरेगी। रामदेव ने कहा हम अपने वृद्धि लक्ष्य को हासिल करने के लिए डेयरी, पशुचारा और योग के लिए खादी के कपडे जैसे नए क्षेत्रों में कारोबार शुरू करेंगे। डेयरी उत्पादों का काम इसी साल शुरू हो जाएगा। दूध, मक्खन, छाछ और पनीर आदि उत्पाद के साथ काम शुरू होगा।
ऎसे समय जब पूरी दुनिया आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रही है, पतंजलि आयुर्वेद ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अपना कारोबार दोगुने से भी ज्यादा बढाकर 10,000 करोड रूपये के पार पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने इस दौरान छह प्रसंस्करण इकाइयों पर 1,150 करोड रूपये निवेश की भी योजना बनाई है। पतंजलि आयुर्वेद के प्रवर्तक योग गुरू रामदेव ने कहा, हम देश के विभिन्न हिस्सों में पांच-छह प्रसंस्करण इकाइयां लगाएंगे, जिसमें 1,000 करोड रूपये का निवेश किया जाएगा। इसके अलावा शोध एवं विकास पर 150 करोड रूपये खर्च किए जाएंगे। हम चालू वित्त वर्ष के दौरान अपना कारोबार दोगुना कर 10,000 करोड रूपये पर पहुंचाएंगे। ये इकाइयां असम, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्टू, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में लगाई जाएंगी।
वहीं पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने कहा, हम ये इकाइयां सूखा प्रभावित इलाकों महाराष्ट्र के विदर्भ, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में लगाएंगे। इनमें से कम से कम चार इकाइयां इस वित्त वर्ष के अंत तक चालू हो जाएंगी। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के 2015-16 के कामकाज का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2016 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान कंपनी ने 150 प्रतिशत वृद्धि हासिल करते हुए 5,000 करोड रूपये से अधिक का कारोबार किया।
रामदेव ने कहा चालू वित्त वर्ष में भी वृद्धि की यह गति बनी रहेगी और वर्ष के दौरान पतंजलि का कारोबार दोगुने से अधिक बढकर 10,000 करोड रूपये के पार पहुंच जाएगा। रामदेव ने कहा कि पतंजलि इस साल तीव्र प्रतिस्पर्धा वाले डेयरी उत्पादों के क्षेत्र में भी उतरेगी। रामदेव ने कहा हम अपने वृद्धि लक्ष्य को हासिल करने के लिए डेयरी, पशुचारा और योग के लिए खादी के कपडे जैसे नए क्षेत्रों में कारोबार शुरू करेंगे। डेयरी उत्पादों का काम इसी साल शुरू हो जाएगा। दूध, मक्खन, छाछ और पनीर आदि उत्पाद के साथ काम शुरू होगा।