भारत विकास परिषद् के सामूहिक विवाह में चार जोड़े परिणय सूत्र में बंधे

भारत विकास परिषद् दिल्ली प्रदेश उत्तर की रोहिणी शाखा द्वारा अग्रवाल धर्मशाला प्रशांत विहार में सामुहिक विवाह का आयोजन किया गया, जिसमें चार जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। इनमें एक विकलांग जोड़ा भी शामिल है। नवविवाहित जोड़ों को परिषद् की ओर से घर-गृहस्थी की वस्तुएं एवं अन्य उपहार दिए गए। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पहुंचे परिषद् के राष्ट्रीय संयोजक (मीडिया) एवं दिल्ली उत्तर के मुख्य परामर्शदाता श्री राजकुमार जैन नेनवजोड़ों को शुभाशीष देते हुए उनके सफल वैवाहिक जीवन की कामना की। इस मौके पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम निर्माण समिति के चेयरमैन श्री प्रवेश वाही, भाविप दिल्ली प्रदेश उत्तर के अध्यक्ष श्री संजीव मिगलानी, अतिरिक्तमहासचिव श्री सुरेन्द्र मोहन लाम्बा एवं रोहिणी शाखा के कोषाध्यक्ष श्री नवीन गोयल आदि की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।

श्री राजकुमार जैन ने कहा कि सामुहिक विवाह वर्तमान समय में समाजिक बुराईयों जैसे दहेज प्रथा एवं फिजूलखर्ची आदि पर अंकुश लगाकर समाज को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रहा है। ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देने कीजरुरत है। श्री संजीव मिगलानी ने विश्वास दिलाया कि भारत विकास परिषद् आने वाले दिनों में भी ऐसे आयोजन करती रहेगी। इससे पूर्व हिंदू रीति-रिवाज से चारों नवयुगलों के फेरे संपन्न कराये गए। विवाह की रस्म पूर्ण होने पर सभीबारातियों एवं गणमान्य अतिथियों ने भव्य प्रीतिभोज का आनंद उठाया। समारोह वर-वधुओं की विदाई के साथ संपन्न हुआ। परिषद् द्वारा सामुहिक विवाह के उपलक्ष्य में शाम को भव्य श्री श्याम भजन संध्या का भी आयोजन किया गया,जिसमें श्री मुकेश बांगडा(जयपुर), श्री अनिल बावरा (दिल्ली), बेवी ट्विंकल शर्मा (दिल्ली) एवं श्री रिंकू रसिक (दिल्ली) ने भजनों की अमृतवर्षा की । मंच संचालन श्री लोकेश गोयल ने की।
समारोह के आयोजन में भाविप रोहिणी शाखा की अध्यक्षा श्रीमती शारदा गोयल, अतिरिक्त सचिव श्री मनोज कंसल, कोषाध्यक्ष श्री नवीन गोयल एवं स्वास्थ्य संयोजिका डॉ. प्रभा अग्रवाल सहित श्री अनूप गोयल, श्रीमती सोनालीगोयल, श्री सीएम मेहरा, श्रीमती कमलेश मेहरा, श्री विनयपाल जैन, श्रीमती अन्नू जैन, श्री राजेश जैन, श्रीमती हेमा जैन, श्री राकेश गोयल, श्री संजय आहूजा, श्री सोहनलाल अग्रवाल, श्रीमती ललिता अग्रवाल, श्री सुरेन्द्र जैन, श्रीमती नीशाजैन, श्री हर्ष बंसल एवं श्रीमती मीनू बंसल आदि की अहम भूमिका रही।