शोभित चौहान
ज़िंदगी ने मौका दिया होता, हम भी जी लेते
एक बार पूछा तो होता, हम भी चल देते
एक बार पलट कर देखा होता,
एक बार पलके उठा कर देखा होता,
हम भी वहीं थे, साए से पूछा तो होता|
एक बार पूछा तो होता, हम भी चल देते
एक बार पलट कर देखा होता,
एक बार पलके उठा कर देखा होता,
हम भी वहीं थे, साए से पूछा तो होता|
एक मौका मिलता तो हम भी जी लेते,
एक बार पूछा होता, हम भी चल देते|
लालसा में हम भी थे,
इंतज़ार में हम भी थे,
एक बार जाना तो होता|
जीना हम भी चाहते हैं, मर भी जाते,
एक बार तबीयत से पूछा तो होता|