संगीत के कद्रदानों की कमी नही: नरेन्द्र सिंह

प्रेमबाबू

बाजारवाद और प्रतिस्पर्धा के दौर में अनेक म्युजिक कंपनियों ने कम समय में अपनी एक अलग पहचान बनाई है इसी कडी में एक नाम है म्युजिक कंपनी फिल्मी बाक्स का। विगत दिनों कंपनी द्वारा रीलिज एक अलबम मेरे संईया को उत्कर्ष संगीत और बेहतरीन गायकी के लिए बिग बी आइमा अवार्ड से सम्मानित किया गया।

म्युजिक कंपनी ने बदलते परिवेश  को नजर में रखकर अब म्युजिक अधिकार के साथ साथ फिल्म मर्केटिंग मिडिया -अप प्रमोज जैसे काम भी किये है। यू टीवी, इरोज, पफॉक्स स्टार, परसेपट कंपनियों के अलावा फिल्म दे दनादन दबंग, अलादिन, अंजाना अंजानी, लव आजकल, कमबख्त इश्क के प्रचार काम कर चुकी है। अपनी सफलता से उत्साहित कंपनी के निदेशक नरेन्द्र सिंह मानते है कि वर्तमान में मौजूदा म्युजिक कंपनी से उनका कडा मुकाबला भले ही हो, लेकिन हमारी कंपनी ने संगीत प्रेमियों को अच्छा और मेलोडियस संगीत दे कर अपनी एक अलग पहचान बनायी है।

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अंजली किस…. ना बाबा
आज फिल्मों में किस सीन का होना एक समान्य सी बात हैं। कई निर्माताओं के लिए तो किस सीन्स ही फिल्म का अहम हिस्सा होता है, किन्तु इस सबसे हटकर फिल्म ‘कोई है अपना’ की तारिका नैना का कहना है कि ‘वे किस नही करना चाहती हैं आखिर इसकी कोई खास वजह ? तो जबाव था कि हमारे समाज में आज भी किस सीन्स को पचा नही पाते है। इन दिनों नैना अपनी इस फिल्म को करने में व्यस्त है। वे सिंगल हैं और किसी के साथ डेट नहीं कर रहीं। निर्देशक रामगोपाल माली के बारे में नैना ने कहा कि ’वह एक बेहतरीन इंसान हैं और मेरे अच्छे दोस्त हैं। नैना कहती है कि फिल्म कोई है अपना से उनको काफी आशाऐं है। निर्माता भरत गिरी व निर्देशक राम गोपाल माली की कोई है अपना की कहानी समर्पण व प्रतिशोध पर आधारित है। नैना कहती है कि फिल्म मैं मैंने अंजली के किरदार को निभाया है यह अपने आप में चुनौतीपूर्ण किरदार है फिल्म की कहानी के अनुसारं नैना को अनेक परेशानियों जूझना पडता है इस सबके बाद भी वह अपने प्रेमी धरम का साथ देती है।