—चन्द्रकांत शर्मा—
अगर आपको इंटरनेट पर एक साड़ी खरीदनी हो और साड़ी खरीदते वक्त आपको उसकी मैचिंग की सारी चीजें जैसे ज्वैलरी, चप्पलें, नेल पॉलिश इत्यादि भी बिना सर्च किए मिल जाएं, तो आपको कैसा लगेगा। इसके अलावा जब आप दोबारा से उस वेबसाइट पर जाएंगे तो आपको अपनी च्वाइस उसमें फीड करने की जरूरत नहीं है, वो आपको आपकी च्वाइस के मुताबिक ही सारी चीजें दिखाएगा क्योंकि वो आपकी च्वाइस अपनी मेमरी में स्टोर कर लेगा। इस तकनीक की शुरूआत पूरे विश्व में भारतीय कम्पनी इंटमार्ट डॉट कॉम ने की है।
इस दौरान कम्पनी के सीइओ अनुभव मित्तल ने बताया कि अभी तक पूरे विश्व में ई—कॉमर्स ही चल रहा था और हमने सोशल कॉमर्स की शुरूआत की है। उन्होंने बताया कि सोशल कॉमर्स से अब गांवों में भी इंटरनेट के माध्यम से आप कोई भी प्रोडक्ट अपने घर पर मंगवा सकते हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनका मुकाबला फिल्पकार्ट व ऐमेजॉन जैसी कम्पनियों से रहेगा? तो उन्होंने कहा कि हमारा मुकाबला किसी से भी नहीं है क्योंकि हम यूनिक फीचर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अन्य ई—कॉमर्स वेबसाइटें गांवों में प्रोडक्ट डिलिवरी नहीं कराते परन्तु हम देश के सभी गांवों में समय पर डिलिवरी कराएंगे।