अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के तत्वावधान में श्री इंद्रप्रस्थीय वैद्य सभा, दिल्ली द्वारा श्री मोरारजी देसाई योग संस्थान सभागार में धनवंतरि जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह में संयुक्त सचिव आयुष विभाग भारत सरकार श्री अनिल कुमार गनेरीवाला, अखिल भारतीय आयुर्वेद विद्यापीठ के अध्यक्ष श्री शिव कुमार मिश्र, गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ.भाष्कर पी.जोशी एवं केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान परिषद्के महानिदेशक वैद्य अभिमन्यु कुमार सहित देश के कोने-कोने से आए सैकड़ों आयुर्वेदिक चिकित्सक, शिक्षक एवं शोधकर्ता शामिल हुए।
इस अवसर पर आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान एवं दीन-दुखियों की सेवा के लिए 90वर्षीय सिद्धहस्त वैद्य श्री भूप सिंह जैन को प्राणाचार्य की मानद उपाधि एवं शॉल-श्रीफल से सम्मानित किया गया। अनुभवी एवं वरिष्ठ वैद्य डॉ.एच.एम.चंदोला, डॉ.मनोज नेसरी, डॉ.संध्या पटेल, डॉ.रामनरेश शर्मा एवं वैद्य रामदुलारे शर्मा को भी प्राणाचार्य की मानद उपाधि प्रदान की गयी।
अपने संबोधन में श्री अनिल कुमार गनेरीवाला ने आयुर्वेद शिक्षा में सुधार की आवश्यकता पर बल देते हुए तीन राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान खोलने एवं नेशनल आयुष मिशन शुरू करने के सम्बंध में जानकारी दी। श्री शिव कुमार मिश्र ने वैद्य समाज को धनवंतरि की तरह चिकित्सा में दक्षता प्राप्त करने का आह्वान करते हुए आयुर्वेद शिक्षा-चिकित्सा पर विस्तृत प्रकाश डाला। श्री इंद्रप्रस्थीय वैद्य सभा, दिल्ली के अध्यक्ष वैद्य ताराचंद शर्मा ने शुद्ध आयुर्वेद चिकित्सा उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
श्री धूतपापेश्वर लि., मुंबई के प्रबंध निदेशक श्री रणजीत पुराणिक ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह की अध्यक्षता अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के अध्यक्ष वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा ने की, जबकि कुशल संचालन श्री इंद्रप्रस्थीय वैद्य सभा, दिल्ली के महामंत्री वैद्य बी.पी.गुप्ता ने किया।