भूषण शर्मा |
भूषण बताते हैं कि खुशी मोशन पिक्चर्स ने दो फिल्में, ‘प्रणाम वालेकुम’और ‘कोचिंग मनी टाइगर’ का निर्माण है दोनों ही फिल्में आम जीवन से जुडे ज्वलंत मुददों मसलन सामाजिक रूप से प्रासंगिक नाटक, व्यंग्य, हास्य, प्रेम कहानी, कल्पना को सरोकार करता है। दोनों ही फिल्में लोगों को पंसद आएगी ऐसा उनका मानना है।बतौर एक्टर में भी इन फिल्म में काम कर रहा हूँ ।
गौरतलब फिल्म ‘प्रणाम वालेकुम’ का चयन आस्ट्रेलिया में होने वाले फिल्मोत्सव के लिए हो चुका है। फिल्म का रिस्पोंस क्या आयेगा उसके बाद ही फिल्म को रीलिज किया जायेगां। फिल्म की कहानी दो अलग अलग गांव और उसमें रहने दो समुदाय लोगों की है। गांव के लोग अपनी ही दुनियां में इतने उतझे की उनको बाहरी दुनियां में घटित घटना के बारे मे जानकारी तक नही है। बदलते परिवेष के चलते जैसे जैसे उनको गांव के बाहर में घटित घाटनाओं के बारे में जानकारी मिलनी होती है,बस यही से गांव में परिर्वतन होना आरंभ हो जाता है। आफिस आफिस फेम अभिनेता संजय मिश्रा फिल्म प्रणाम वालेकम’ का निर्देषन कर रहे है।
जबकि आज की युवा की ज्वलंत समस्याओं और राजधानी के शहरी और युवा पीढ़ी के तौर तरीकों पर आधारित को रेखाकित करती फिल्म ‘कोचिंग मनी टाइगर के निर्देषक अक्षय चैबे है।
भूषण शर्मा बताते है कि ‘संजय मिश्रा के पास अनेक सीनियर निर्देशक के साथ काम करने का अनुभव बेहतरीन रहा। जो चीजें अब तक सुनी थीं, उन्हें करीब से जानने और समझने का मौका मिला। जैसे यह कि किसी सीन को शूट करने के कितने एंगल हो सकते हैं। या फिर यह कि कलाकारों को इस तरह से कोई सीन समझाओ कि उन्हें पता भी न चले और शॉट शूट हो जाए। ऐसी बारीकियां ही एक बेहतर कल को बुनने में मददगार होती हैं। वैसे फिल्म के सारे कलाकारों ने एक क्रिकेट टीम की तरह काम किया, अब को बस रिजल्ट का इंतजार है।