संस्कृति, आस्था और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के आदर्शों से ओतप्रोत 14वीं द्वारका श्री रामलीला का नौवां दिवस आज भव्यता और दिव्यता से परिपूर्ण रहा। द्वारका सेक्टर-10 डीडीए ग्राउंड में आयोजित इस विशाल आयोजन का संचालन द्वारका श्री रामलीला सोसायटी (पंजी.) द्वारा किया जा रहा है, जिसके चेयरमैन एवं मुख्य संरक्षक श्री आकाश राजेश गहलोत हैं।
उनके नेतृत्व में कार्यरत पूरी टीम द्वारा प्रतिदिन हजारों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं और दर्शकों के लिए भक्ति और मनोरंजन का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया जा रहा है। इस 9वीं रात्रि के आयोजन में 50 हजार से अधिक श्रद्धालु और दर्शक पहुंचे।
भक्ति और आस्था से सराबोर 9वीं रात्रि
आज की रात का मंचन विशेष रहा क्योंकि इसमें विभीषण शरणागति, राम सेतु बांधना, अंगद-रावण संवाद, मेघनाद-लक्ष्मण युद्ध और अंत में लक्ष्मण मूर्छा एवं संजीवनी बूटी लाने जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण प्रसंगों का अद्भुत मंचन किया गया।
मंच पर प्रस्तुत कलाकारों की वाणी, अभिनय और संगीत की गूंज ने उपस्थित हर दर्शक को भाव-विभोर कर दिया।
विभीषण की शरणागति का दृश्य यह संदेश देता है कि धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने वाला हर व्यक्ति भगवान श्री राम की शरण में सुरक्षित रहता है।
राम सेतु निर्माण का दृश्य मानव जीवन में सहयोग, एकता और परिश्रम की प्रेरणा प्रदान करता है। अंगद-रावण संवाद में नाटकीयता और नीति का अद्भुत समन्वय देखने को मिला, जिसने उपस्थित दर्शकों से खूब तालियाँ बटोरीं। मेघनाद-लक्ष्मण युद्ध और लक्ष्मण मूर्छा का दृश्य भावनात्मक एवं रोमांचकारी दोनों रहा, जबकि हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाने का प्रसंग सम्पूर्ण रामलीला का उत्कर्ष बिंदु बन गया।
मेला बना आकर्षण का केंद्र
रामलीला के साथ लगने वाला भव्य मेला भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहाँ लगे झूले, खेल, खाद्य स्टॉल्स और हस्तशिल्प की सुंदर दुकानों ने बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी का मन मोह लिया। परिवारों ने यहाँ एक साथ भक्ति, संस्कृति और मनोरंजन का आनंद लिया।
आयोजन की विशेषताएँ
कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा, चिकित्सा और स्वच्छता की बेहतरीन व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आपातकालीन चिकित्सा दल, पानी, बैठने की व्यवस्था और पार्किंग सुविधा उपलब्ध है। प्रत्येक रात्रि का मंचन एक नई आध्यात्मिक प्रेरणा लेकर आता है, जो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन के विभिन्न आयामों को जीवंत करता है।
नेतृत्व और समर्पण का उदाहरण
चेयरमैन एवं मुख्य संरक्षक श्री आकाश राजेश गहलोत का कहना है कि द्वारका श्री रामलीला सोसायटी का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं बल्कि समाज में राम के आदर्शों, सत्य, मर्यादा और धर्म के संदेश का प्रसार करना है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में समाज के सभी वर्गों का सहयोग है और यही भारतीय संस्कृति की वास्तविक पहचान है। उनकी टीम, पदाधिकारियों, कलाकारों, स्वयंसेवकों और तकनीकी विशेषज्ञों के अथक परिश्रम से यह आयोजन आज देश की राजधानी दिल्ली की सर्वश्रेष्ठ रामलीलाओं में गिना जा रहा है।
विशिष्ट अतिथि की उपस्थिति
इस भव्य अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माननीय श्री किरेन रिजिजू (28वें संसदीय कार्य मंत्री एवं 7वें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री, भारत सरकार) उपस्थित रहे। उन्होंने भगवान श्री राम के आदर्शों, मर्यादा और धर्म की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रामलीला जैसे आयोजन भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं, जो समाज को एकता, प्रेम और मर्यादा का संदेश देते हैं।
आगामी कार्यक्रम
आगामी दिवसों में रावण वध, राम राज्याभिषेक जैसे दृश्य मंचित किए जाएंगे, जिनका दर्शकों को बेसब्री से इंतज़ार है।
हर दिन द्वारका श्री रामलीला का मंच श्रद्धालुओं को न केवल धार्मिक अनुभूति देता है बल्कि भारतीय संस्कृति की गौरवमयी परंपराओं को भी पुनर्जीवित करता है।



