आरजेएस की बैठक से प्रभावित , सकारात्मक दृष्टिकोण लागू करूंगा नर्सिंग होम में- डा.विनोद खेत्रपाल

नई दिल्ली/ राम-जानकी संस्थान, आरजेएस ,नई दिल्ली की प्ररेणा से खेत्रपाल नर्सिंग होम शिवाजी एंक्लेव राजौरी गार्डन नई दिल्ली में नेताजी चन्द्र बोस की जयंती 23 जनवरी को 39वीं RJS सकारात्मक बैठक में उन्हें श्रद्धांजलि दी‌ गई।इस अवसर पर डा.विनोद खेत्रपाल, पूर्व अध्यक्ष DMA के माताजी-पिताजी स्थानीय सकारात्मक व्यक्तित्व स्व0फौजी राम प्रकाश खेत्रपाल और श्रीमती शांता खेत्रपाल को भी श्रद्धांजलि दी गई। आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने गांधीजी की पुण्यतिथि 30 जनवरी के उपलक्ष्य में सकारात्मक बैठक और सुरजकुंड हस्तशिल्प मेला में लघु बैठकें की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सकारात्मक बैठकों और पत्रकारिता से टीम आरजेएस सकारात्मक भारत की ओर तेजी सेआगे बढ़ रही है। आगामी बैठकों में सभी मीडियाकर्मियों को वक्ता के रूप में सकारात्मक विषय वस्तु प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया का स्वागत करते हुए डा.खेत्रपाल ने कहा कि आरजेएस का अभियान मिशन2019 बन गया इसके लिए 22 राज्यों की आरजेएस टीम को बधाई। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को श्रृद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि देश की आजादी में नेताजी का बड़ा योगदान रहा है ।उन्हें हमें याद रखना है। अपने पिताजी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे पिताजी स्व० रामप्रकाश खेत्रपाल बंटवारे के बाद पाकिस्तान से आकर फौज में नौकरी किए और बहुत ही अनुशासन पसंद व्यक्ति थे।स्वस्थ मन :स्वस्थ तन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ मन वाले बीमार कम पड़ते हैं।जो लोग डाक्टर और अस्पताल के प्रति सकारात्मक रहते हैं‌ वो जल्दी ठीक हो जाते हैं।

आरजेएस फैमिली से मैं वर्षों से जुड़ा रहा हूं , लेकिन स्वागत का मौका 23 जनवरी 2019 को मिला।। बैठक में सकारात्मक दृष्टिकोण को जिस तरह परिभाषित किया गया वो हम अपने क्लिनिक में मरीजों के इलाज में प्रयोग करेंगे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि यूएन मीडिया एडवाइजरी कमेटी के प्रवक्ता, हाॅलीवुड के फिल्म और टीवी से जुड़े ‌अंतर्राष्ट्रीय कैन फिल्म फेस्टिवल के जुरी मेंबर डा. माईक बेरी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जब इंसान अपनी भावनाओं का इजहार नहीं कर पाता तो वह नकारात्मक हो जाता है।ऐसे लोगों से बातचीत जरूरी है। हमें अपनी सांस और मन को समझना बहुत जरूरी है। अगर हम हंसना और पूरी नींद लेना सीख गए तो सकारात्मक होते देर नहीं लगेगी।
कुछ समय संगीत सुनने का आनंद सकारात्मक ऊर्जा बढ़ा देती है। नाराज व्यक्ति को फोन कर हालचाल पूछना भी सकारात्मकता है ।छोटी-छोटी बातों में भी धन्यवाद करना संबंध को और प्रगाढ़ करता है। बैठक में मुख्य वक्ता मीडिया वर्कशॉप गुरु श्री एस.एस. डोगरा ने सकारात्मकता पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्समैन, मीडिया और यहां तक कि जो अस्पताल हैं वहां भी स्ट्रेस सबसे ज्यादा होता है। मीडिया के सकारात्मक होने से पूरा भारत सकारात्मक हो सकता है ।अगर हम पॉजिटिव रहेंगे तो सामने वाला भी पॉजिटिव हो जाता है ।अगर हम सकारात्मक समाचारों को मीडिया के माध्यम से जनता के सामने लाएंगे तो जनता भी सकारात्मक हो जाएगी।

आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि बैठक में ‌टीम आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया से RJS स्टार पत्रकार रेशमदयाल -दीनदयाल,जय प्रकाश श्रीवास्तव, अशोक धवन,ब्रह्मानंद झा,संजय माही, सुनील अभय,अफजल खान और पवन कुमार जुनेजा आदि पत्रकार मौजूद रहे। खेत्रपाल नर्सिंग होम के डाक्टर और स्टाफ ने बताया कि ये बैठक उनके लिए लाभदायक रही।