हिन्दी परिषद,शेषाद्रिपुरम महाविद्यालय बैंगलोर द्वारा विश्व हिंदी संस्थान कनाडा के संयुक्त तत्वावधान में 30 मई 2020 को वर्तमान महामारी के परिदृश्य में प्रकृति से संबंधित हिंदी साहित्य: बदलाव और प्रासंगिकता। विषय पर एक दिवसीय अंतर्रष्ट्रीय हिंदी वेबिनार का आयोजन किया गया।
अतिथि के रुप में ब्रिटेन निवासी प्रसिद्ध कथाकार और नाटककार श्री तेजेंद्र शर्मा, नेपाल से भाषा साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ मोबिन खान, कनाडा से विश्व हिंदी संस्थान के संस्थापक प्रोफेसर सरन घई, गुरुग्राम से गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मार्कडेय आहूजा, कुरुक्षेत्र से हिंदी साहित्य संस्थान भारत के अध्यक्ष डॉ कामराज सिंधु, चेन्नई से प्रसिद्ध आलोचक और लेखक श्री बीएल अच्छा जी, झांसी से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ पुनीत बिसारिया और बुलंदशहर से स्थापित प्राध्यापक और साहित्यकार डॉ विजेंद्र प्रताप सिंह। उपस्थित थे।
इंद्रधनुष की भांति अंतर्रष्ट्रीय वेबिनार में लगभग 1200, प्रत्येक राज्य के प्रतिभागियों ने उपस्थिति दर्ज की और प्रपत्र वाचन किया।
अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ मीरा एचएन द्वारा और परिचय महाविद्यालय की छात्राओं-मालविका शाह सोनाली मेहता श्वेता भंडारी सिमरन कोठारी यशस्विनी नेहा पलेजा और आरजू शुक्ला द्वारा किया गया। और वेबिनार का आयोजन और संचालन हिन्दी विभाग की अध्यक्षा डॉ. उर्मिला पोरवाल के द्वारा तैयार की गया। कुल मिलाकर वेबिनार की नवीन परिपाटी सार्थक और सफल सिद्ध हुई और ज्वलंत एवं प्रासंगिक विषय पर गहन चिंतन मनन हुआ।