मैं इस आदोलन को नहीं जानता केवल आपको जानता हूं तो केवल उस अजय कुमार को जिनके साथ काम करने का मौका भले ही न मिला हो पर जिनकी निष्ठा ईमानदारी और कार्य के प्रति समर्पण को जानने के लिए किसी तीसरे आदमी की जरूरत नही। लिहाजा यह समय अब अभिभूत होने की नहीं है बल्कि अपनी निष्ठा दूरदर्शी योजनाओं से अपने आंदोलन को एक सार्थक युवा मुहिम को एक सकारात्मक चेहरेके साथ दिशा देने की है। मैं इस आंदोलन से जुड़े अथवा न जुड़े भारत के सभी युवा साथियों से कहना चाहूंगा कि जवानों की इस फौज (जिसमें समस्त युवा युवतियां शामिल है) को बरगलाने की अपने पक्ष में करने की कोशिख सभी कर रहे हैऔर सगातार करते रहेंगे।
पोलटिशियन अपने लाभ और स्वार्थ के लिए तो सरकारी गैरसरकारी कंपनियां अब स्थायी नौकरी की बजाय ठेका प्रथा (out of source) के नाम पर युवाओं को ठगने की कोशिश कर रहे है। समाज के हर कारोबारी युवाओं को ही टारगेट कर रहा हैं और करता रहेगा। मामला मॉल का हो या फैशन डिजाईन नए उत्पाद सभी जगह कंपनियों के निशाने पर युवा ही पहला बॉयर है। नए नए रेस्तरां हो या मॉकडोनाल्ड हो या इसी तरह के दर्जनों नाम किसके भरोसे चल रहे है। हकीकत तो यह है कि यूथ बिग्रेड के कारण।य़ घर में मम्मी खाना न बनाए तो फट से मोबाइल किया और पलक झपकते ही 10-20 मिनट में खाना हाजिर । फिर खाना ही क्यों ऑनलाईन बिजनेस के 90 % कस्टमर यूथ है।मेरे दोस्तों यूथ को यह पूरारा अधिकार है कि वे अपने इस समय को मौज मस्ती के साथ गुजारे , क्योंकि कल यह समय और यंग डे फिर कभी नहीं आ सकता। मगर अपनी जिम्मेदारियों को ना भूले। और जिम्मेदारी केवल घर परिवार तथा अपने सगो सा या सगो तक ही नहीं है। आपको अपनी ताकत अपने उत्साह को पहचानना होगा और 100 फीसदी पूरी ईमानदारी के साथ अपने लिए अपने कैरियर के लिए और अपनी मेहनत के 100 % परिणाम के लिए लगना होगा। मेरे प्यारे यूथ यंग फोर्स कैरियर बनाने के यही 5 साल सबसे महत्वपूर्ण है । जिसमें एक योगी संत की तरह निष्ठा लगन और मगन रहना होगा. जो पांच साल ईमानदारी के साथ लगेगा और काम करेगा तो लिख ले कि उसके जीवन के अगले 55 साल सुनहरे होंगे। मगर जो पांच साल मौज मस्ती करेगा उसको अगले 55 साल तक भटकना पडेगा। आपको और केवल आपको तय करना होगा कि कौन सा रास्ता आपको पसंद है. जानते हो दोस्त आप अपने आप से झूठ ना बोले क्योंकि दूसरों को तो मूर्ख बनाना सरल होता है पर आप अपने चेहरे का खउद आईना बने तभी सफलता मिलेगी। आज आपको संगठित होने की जरूरत है। अपनी बात कहने की जरूरत है। तभी संसार के सभी ठगो से बचना संभव होगा। अंत में मैं मशहूर शायर कैफी आजमी की एक नज्म के साथ बात खत्म करूंगा ।
आज की रात बहुत गर्म हवा चलती है , आज की रात नींंद नहीं आएगी , तुम उठो तुम उठो और तुम भी उठो यहीं कोई खिड़की खुल जाएगी। तो मेरे दोस्तों सामूहिक प्रयास लगन मन में अगन हो तो दुनियां की कोई दीवार या बाधा आपको रोक नहीं सकती है। मगर इस संसद में यह सामूहिक तौर पर यह संकल्प ले कि यह आयोजन महज एक आयोजन नहीं बल्कि लोगों के जागरण का एक अवसर है लोग जागेंगे तभी तो काली रात जाएगी चोर और ठग भागेंगे। नमस्कार
Anami Sharan Babbal
Apka ek Sathi.