(द्वारका परिचय न्यूज़ डेस्क)
ग्वालियर, 19 जनवरी, 2019 को आई.पी.एस. महाविद्यालय में एम.एस.टॉकस इंडिया द्वारा बौद्धिक कुंभ सफलतापूर्वक आयोजित किया गया. इस दिन ग्वालियर शहर के आई.पी.एस. कालेज की ओर आने वाले सभी मार्गां पर अत्यधिक अवरोध देखने को मिला. जिज्ञासु छात्र व शहरी प्रबुद्धजन सभी का पहुंच मार्ग आई.पी.एस. परिसर था। ज्ञातव्य है कि आई.पी.एस. ग्रुप आफ कालेज्स के तत्वाधान में एम.एस. टाक्स (मोटिवेशनल स्पार्कल्स टाक्स) का आयोजन किया गया। विधिवत उद्घाटन औपचारिकता के उपरान्त एम.एस.टॉकस इंडिया के संस्थापक आथर शैरी ने जोश भरे उद्घोष से विधार्थियों के समक्ष देश के जाने-माने वक्ताओं के बारें में परिचय दिया. जिन्होंने उपस्थित श्रोताजन के सामने न केवल व्यक्तित्व विकास व सफल जीवन के सूत्र बताए बल्कि मनोरंजन से भी श्रोतागण को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों एवं वक्ताओं का पुष्पगुच्छ भेंट करते हुए ऑथर शैरी, सुभाष शर्मा एवं मुकेश भटनागर तथा कुलविंदर अरोडा के स्वागत संबोधन से हुई। पहला व्याख्यान एस.एस. डोगरा सर (पत्रकार-लेखक-मिडिया शिक्षक- मिडिया वर्कशाप गुरू) के नाम रहा। जिन्होने अपना वक्तव्य ‘‘हिन्दी भाषा की वर्तमान स्थिति’’ विषय पर दिया। अपने व्याख्यान के दौरान उन्होने बताया हमें अपनी मातृभाषा, राश्ट्रभाषा हिन्दी पर गर्व करना चाहिए। अपने संबोधन में “विद्यार्थी जीवन में मीडिया की भूमिका विषय पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को उपयोगी गुरुमंत्र सिखाए. उन्होंने दैनिक दिनचर्या में सुबह के समय रेडियो सुनने पर बल दिया. मोबइल फोन को अलादीन का चिराग की उपमा देते हुए इस यंत्र के सदुपयोग के भी टिप्स बताए. गौरतलब है कि मीडिया वर्कशॉप गुरु के नाम से मशहूर डोगरा जी, भारत के विभिन्न भागों में 150 से भी अधिक मिडिया कार्यषालाएं आयोजित कर चुके है। डोगरा सर की किताब ‘‘मीडिया केन डू वंर्डस इन स्टूडेंट्स लाइफ’’ शिक्षण जगत में काफी चर्चित रही है। हैरतंगेज तथ्य यह भी है कि डोगरा जी के निवेदन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री एवं भारत के महामहिम राष्ट्रपति ने भी मीडिया पुस्तकों को सभी पुस्तकालय में उपलब्धता को स्वीकृति दे डाली है.
दूसरा व्याख्यान डा. एन.पी. कटारे (वाईस प्रिंसीपल किड्जि कार्नर स्कूल, प्रेसीडेन्ट इंडियन इन्टरनेशनल टीचर एसोसिएशन) का ‘‘स्टेप्स् टू अचीव गोल’’ विषय पर रहा। अच्छे भविश्य व सफल व्यक्तित्व के लिए उनका चिंतन पांच बातों पर आधारित रहा। फेसिलिटी का प्रयोग कम होना चाहिए, आवश्य्कता अविष्कार की जननी होती है, निडर रहना चाहिए, निरूद्देष्य अध्ययन नहीं करना चाहिए, समय आश्रित व लक्ष्य केन्द्रित अध्ययन होना चाहिए. तीसरा व्याख्यान मिस रंजीता आशीश (लेखिका, उद्यमी, मेन्टर) का रहा। उनका विशय ‘‘च्वाइसेस यू मेक इन लाईफ’’ विशय पर आधारित था। अपने व्याख्यान में उन्होने बताया कि प्रगतिशील लोगों को अपने जीवन शैली में अभी नही तो कभी नहीं की सूक्ति को शामिल करना चाहिए। डाउट्स क्लीयर करके चले, बोझ लेकर अपने सपनों को पूरा नहीं कर सकते, बुक खोलकर नहीं दिमाग खोलकर पढ़ने से सफलता हाथ लगती है।
चौथा व्याख्यान अम्बाला की मिस पूजा मित्तल (लाईफ कोच, न्युम्रोलाजिस्ट, सिग्नेचर एनालिस्ट) का ‘‘योर सिग्नेचर इज योर डेस्टिनी आन पेपर’’ पर रहा। उन्होने बताया आज डिजिटल इंडिया में सबकुछ टेक्निीकल प्रोसेस से हो रहा है। केवल सिग्नेचर का तरीका आपके व्यक्तित्व का निरूपण करता है।
पांचवा व्याख्यान मिस नैन्सी जुनेजा (कम्युनिकेषन स्टेटेजिस्ट, यूथ लीडरशिप कोच, मोटिवेशनल स्पीकर, सोशल एक्टिीविस्ट) इनका व्याख्यान विषय विनिंग द रिक्रूटमेंट रेस था। अपने व्याख्यान में उन्होने फाईव ‘‘च्’’ पोजिशनिंग, परस्यु, प्रेक्टिस, प्रजेन्स और परसीव के बारे में बताया। उन्होने गूगल नेशन और वेबसाइट के माध्यम से अपने इंटरव्यू की बेहतर तैयारी कर सकते है।
कार्यक्रम के मध्य में छात्रा गार्गी तोमर द्वारा कथक नृत्य व छात्र सानू खान द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में, इन दोनों ही विधार्थियों को पत्रकार-लेखक एस.एस.डोगरा ने अपनी पुस्तक पुरुस्कार स्वरूप सप्रेम भेंट की. ग्वालियर में आयोजित एम.एस.टॉक्स इंडिया के सेमिनार के सभी वक्ताओं के अलावा सर्वश्रेष्ठ वक्ता के रूप में रंजीता आशीश को विशेष रूप से मशहूर लेखक एवं एम.एस.टॉक्स इंडिया के सरंक्षक अंकल जौली के नाम को समर्पित पुरुस्कार से सम्मानित भी किया गया.
एम.एस. टॉक्स के कार्डिनेटर प्रो. बी.पी. मुदगल ने बताया कि मोटिवेशनल कार्यक्रम अध्ययनरत छात्रो के लिए उत्प्रेरक कार्य करते है। प्रो.मुद्गल ने बताया कि भविष्य में वे समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहेगे। मंच का संचालन प्रो. नेहा शर्मा एवं कुलविंदर कौर ने बेहतरीन अंदाज में किया व पधारे हुए अतिथिगणों व श्रोताओं का आभार प्राचार्य डा.परमानन्द एस. चैहान ने किया। इस अवसर पर संस्थान के निदेषक डा. अरूण कुमार त्यागी, उपनिदेषक श्री अष्विनी मिश्रा, समस्त स्टाफगण व प्रतिभागी छात्र-छात्राए मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में, एम.एस.टॉक्स इंडिया के संस्थापक ऑथर शैरी ने मेजबान आई.पी.एस. महाविद्यालय की प्रबन्धक कमेटी, प्रधानाचार्य, स्टाफकर्मियों, स्टूडेंट्स तथा प्रायोजकों विशेषकर एआईपीएल ब्रांड बज्ज, एएमबी सहयोग एवं मीडिया पार्टनर द्वारका परिचय का आभार प्रकट किया.