बिहार यात्रा के दौरान गांवों और शहरों में सेमिनार,सक्सेस स्टोरी‌,और पुस्तक विमोचन व पुस्तकालयों को आरजेएस पीबीएच ग्रंथ भेंट

सकारात्मक भारत -उदय वैश्विक आंदोलन की यात्रा आरडी फूड प्रोडक्ट्स के निदेशक व यात्रा के सह-आयोजक लक्ष्मण प्रसाद सहयोग से 26 अगस्त को नई दिल्ली से प्रारंभ बिहार यात्रा 6 सितंबर को वापस दिल्ली पहुंचकर संपन्न हो गई। राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के नेतृत्व में अमृत काल का सकारात्मक भारत-उदय 254 से 258 संस्करण बिहार यात्रा को समर्पित किया गया।

आरजेएस पीबीएच का ग्रंथ 02 व 03 आरजेएस पीबीएच के प्रेरणास्रोत राम जग सिंह और जनक दुलारी देवी को सप्रेम भेंट किया गया और पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग हुआ।

28 अगस्त को बिहार के भोजपुर स्थिति अगिआंव गांव में ‌वीएन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के संस्थापक रणजीत सिंह और निदेशक आलोक कुमार की सक्सेस स्टोरी‌, कसाप गांव में आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान के प्रदाता श्रीमती ललिता देवी और श्रीमती राजकुमारी‌देवी को को ग्रंथ भेंट कर और वहां की सड़क समस्या पर फेसबुक लाइव प्रसारण किया गया। बहुमुखी प्रतिभा के धनी विवेकानंद सिंह की सक्सेस स्टोरी‌ की गई।

रतनाढ़ पंचायत के पैक्स अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह के सहयोग से बेरथ गांव में सकारात्मक सोच पर आरजेएस पीबीएच का कार्यक्रम आयोजित किया गया और गांव के लिए ग्रंथ भेट कर ग्रंथालय/पुस्तकालय स्थापित करने का आग्रह किया गया। तत्पश्चात एम जे कपिल देव उच्च विद्यालय रतनाढ़ और गांव के रायजी उर्फ रामकबिलास सिंह को ग्रंथ भेंट कर पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग हुआ।

पटना विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाईब्रेरी के निदेशक डॉ मिथलेश कुमार सिंह और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के रघुनंदन टीचर्स ट्रेनिंग कालेज की लाइब्रेरी के लिए प्रिंसिपल प्रो.(डा.)कमल प्रसाद बौद्ध को ग्रंथ भेंट किया गया और पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग हुआ। यात्रा के दौरान बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, पटना में एक सितंबर को आरजेएस पीबीएच ग्रंथ 02 व 03 का लोकार्पण हुआ। एक सितंबर को सह-आयोजक ओमप्रकाश झुनझुनवाला ने विज्ञान और अध्यात्म पर आरजेएस पीबीएच का कार्यक्रम कदमकुआं में आयोजित किया।इस अवसर पर आरजेएस युवा टोली की डा.मुन्नी कुमारी, दिलिप वर्मा,सुमन कुमारी और वैभव भारद्वाज भी उपस्थित रहे।