अगले वित्त वर्ष 2023 के लिए आम बजट या कहें केंद्रीय बजट 2023 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को पेश करेंगी.
राम जानकी संस्थान, आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि श्रृंखलाबद्ध आजादी की अमृत गाथा के एक सौ बीसवें अंक में रविवार 29 जनवरी को कंज्यूमर ऑनलाइन फाउंडेशन के सहयोग से सुबह 11 बजे से केंद्रीय बजट से उपभोक्ताओं की उम्मीद विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया है। इसमें महात्मा गांधी, जेम्स अगस्टस हिक्की और माखनलाल चतुर्वेदी की स्मृति को नमन् किया जाएगा।
वेबिनार में में मुख्य अतिथि अर्थशास्त्री डा.शरद कोहली,मनोहर मनोज सहित जाने माने फार्मासिस्ट प्रफुल्ल डी सेठ और ऑल इंडिया वीमेन्स कांफ्रेंस की पूर्व अध्यक्षा बीना जैन भाग लेंगी। अंतर्राष्ट्रीय कंज्यूमर नीति विशेषज्ञ और आरजेएस एडवाइजर प्रोफेसर बिजाॅन कुमार मिश्रा कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। कंज्यूमर ऑनलाइन फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक प्रोफेसर मिश्रा ने बताया कि केंद्रीय बजट पेश होने के बाद अगले रविवार 5 फरवरी को केंद्रीय बजट पर उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया विषय पर आजादी की अमृत गाथा का अगला कार्यक्रम किया जाएगा।
74वें गणतंत्र दिवस पर दर्जन भर आरजेसिएन्स सह-आयोजक भाई-बहनों का आजादी की अमृत गाथा का फ़रवरी कैलेंडर जारी हुआ।
राम जानकी संस्थान , आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि फरवरी 2023में फिजिकल व वर्चुअल के साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक रविवार को दो शिफ्टों में जुड़ेंगे । डेढ़ घंटे का पहला शिफ्ट सुबह ग्यारह बजे होगा वहीं डेढ़ घंटे का दूसरा शिफ्ट साढ़े तीन बजे से आयोजित होगा।
इसके अलावा प्रत्येक शनिवार को सायं शिफ्ट में बेबिनार होगा। नार्थ ईस्ट अमेरिका से एक अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार सायं साढ़े सात बजे से नौ बजे तक होना तय है।
श्री मन्ना ने बताया कि संघर्ष बड़ा है , तो सफलता भी बड़ी होगी। भारत में सकारात्मक पत्रकारिता से सकारात्मक भारत निर्माण की श्रृंखलाबद्ध आजादी की अमृत गाथा के 150 कार्यक्रम छे अगस्त 2023 तक करने का लक्ष्य है। जिसमें आजादी की अमृत गाथा की पुस्तक और एक स्मारिका का लोकार्पण होगा।
उन्होंने बताया कि फरवरी में सकारात्मक भारत-उदय हरियाणा यात्रा भी होगी और अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला और दिल्ली के प्रगति मैदान में आगामी 25 फरवरी से आयोजित नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला को भी फरवरी कैलेंडर में शामिल किया जाएगा।