बिहार की पावन धरती पर पितृ पक्ष और हिंदी दिवस का संयोग बना और मंगलवार 13 सितंबर को आजादी की अमृत गाथा के 90 वां कार्यक्रम से हिन्दी के राष्ट्रीय प्रचार-प्रसार और पूर्वजों के सम्मान के लिए आरजेएस सकारात्मक भारत-उदय संकल्प का आगाज होगा। सोमवार को रैना इन्फोटेक, राजेन्द्र नगर परिसर में नवासिवें आजादी की अमृत गाथा कार्यक्रम में निदेशक फैकल्टी दिलीप वर्मा ने सभी का स्वागत किया।
आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने दीप प्रज्ज्वलित कर बैठक का उद्घाटन किया उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ की अध्यक्षता में हिन्दी राष्ट्रीय एकता और विकास का आधार विषय पर चर्चा और आरजेएस सकारात्मक भारत-उदय राष्ट्रीय सम्मान 2022 भाग दो का आयोजन होगा। सम्मान महापुरुषों के नाम पूर्वजों की स्मृति का सम्मान नामक अनूठी पहल है। समारोह का उद्घाटन बिहार के भूमि एवं राजस्व मंत्री आलोक मेहता करेंगे और मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्री कुमार सर्वजीत तथा अति विशिष्ट अतिथि सम्राट चौधरी बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष, विधायक जितेंद्र कुमार आदि को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा एमएसएमई डीएफओ के निदेशक, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार और नैनो टेक्नोलॉजी में विभागाध्यक्ष डा राकेश कुमार सिंह, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर क़ासिम खुर्शीद, पालिका विनायक हॉस्पिटल के निदेशक डॉ बी झा मृणाल आदि भी कार्यक्रम को सफल बनाएंगे।
बैठक में वक्ताओं ने विनोबा भावे, महादेवी वर्मा, राधिका रमण प्रसाद और अब्दुल हमीद को श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन परिसर में पहुंचकर 13 सितंबर के आरजेएस राष्ट्रीय कार्यक्रम के बैनर के साथ फोटो सेशन हुआ ।
बैठक में बीज वक्तव्य आरजेएस सकारात्मक सूचना केंद्र, पटना के प्रभारी ओमप्रकाश झुनझुनवाला ने दिया और कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार स्टेट गांधी स्मारक निधि के मंत्री विनोद रंजन ने किया। अतिथि वक्ता आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान के प्रदाता रत्नाभ प्रसाद ने कहानी के माध्यम से सकारात्मक संदेश दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन एडवोकेट डा.मुन्नी कुमारी ने और धन्यवाद ज्ञापन अभीप्सा की सचिव सुमन कुमारी ने किया। इस अवसर पर वैभव भारद्वाज, विवेक कुमार और रैना इन्फोटेक के विद्यार्थी मौजूद रहे।