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करोना लाक्डाउन में परमात्मा ने ज़िंदगी की रवानी ऐसी बना दी कि जो बड़े बड़े दिमाग़दार थे उनको दिल की ओर मोड़ दिया, जो बाहर की दुनिया में मस्त थे उनको भीतर की ओर मोड़ दिया। जिनकी लाइन टेडी मेड़ी थी ,उनकी लाइन को सीधा कर ऑनलाइन कर दिया। निफ़ा द्वारा इंडिया ब्रेकिंग न्यूज़ के साथ मिलकर आयोजित पद्म श्री कैलाश खेर के साथ डिजिटल लाइव कार्यक्रम में बोलते हुए बॉलीवुड के महान संगीतकार, गीतकार ओर हज़ारों हिट गाने गा चुके गायक कैलाश खेर ये उद्ग़ार व्यक्त करते हुए जहां अपनी मोटिवेशनल बातों से लोगों को प्रेरित किया ,वहीं एक के बाद एक हिट गीत गाकर सबको अपनी मधुर और दमदार आवाज़ के जादू से बांध दिया। भारत, अमेरिका, कनाडा, मरिशस, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया व मस्कट से सोशल मीडिया प्लाट्फ़ोर्म ज़ूम, फ़ेस्बुक व यूटूब से एक साथ लाइव हुए तीन लाख से ज़्यादा लोगों से रूबरू होते हुए ,कैलाश खेर ने बाहुबली फ़िल्म का अपना सुपरहिट गीत कौन है वो ,कौन है, कहाँ से वो आया ,गाकर ये एहसास दिला दिया कि उनके वेबिनार में अच्छी बातों के साथ साथ अच्छे गीत ओर संगीत भी परोसा जाने वाला है। उन्होंने लगभग 1.5 घंटे की अपनी बातचीत में अपने अनेक हिट गीत सुनाए। करोना के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर, हेल्थ स्टाफ़, पुलिसकर्मी, सफ़ाई कर्मचारी, सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि को कैलाश ने भारत के वीर ओर भारत का जनून बताया ओर कहा कि ये ऐसे सपूत हैं जो स्वयं ख़तरा मोल लेकर भी देश पर कभी आँच नहीं आने देंगे। उन्होंने भारत के इन वीरों को अपना गीत तेरी दिवानी समर्पित करते हुए गाया, “तेरे नाम से जी लूँ, तेरे नाम से मंडे जाऊँ”।
लाक्डाउन का ज़िक्र करते हुए कैलाश खेर ने गाया “जग सारा घर में बैठा है, सहमा सा डर के बैठा है, इसकी गीत की अंतिम पंक्ति “मैं ही मेरा रक्षक हूँ” में उन्होंने ये स्पष्ट संदेश दे दिया कि अब आने वाले समय में हमें जागरूक होकर अपनी रक्षा खुद ही करनी होगी ओर ये लाक्डाउन के नियमो का पालन करके ही होगा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में सबसे अच्छे ढंग से करोना को रोका गया लेकिन कुछ लोगों की भूल से ये यहाँ भी बढ़ गया। उन्होंने घर पर रहने को एक अवसर बताते हुए कहा कि लोग बजुर्गों ओर परिवार के पास बैठना भूल गए थे, घर पर रह कर भी घर पर नहीं होते थे। करोना ने जहां हमें ये बताया कि परिवार कैसे चलता है वहीं ये भी सिखाया कि जो प्राप्त है वोही पर्याप्त है। कुछ लोग इसे मुसीबत के रूप में देख रहे हैं तो कुछ अवसर के रूप में। कैलाश खेर ने इस संदर्भ में एक शेयर सुनाकर वाहवाही लूटी कि निगाहे क़हर को गुलशन नज़र आता है वीरानानिगाहे मेहर हर वीराने में गुलशन देख लेती है।
कैलाश खेर ने जहां बेबाक़ी से अपनी बातें रखी वहीं अपने चाहने वालों के सवालों के जवाब भी खुलकर दिए ओर साथ ही अपने गाने सुनाने का सिलसिला भी जारी रखा। दर्शकों की माँग पर उन्होंने “जय जय कारा”, आदि योगी, सैंया, बम लहरी जैसे कई वो गीत सुनाए जो देश विदेश में संगीत प्रेमियों की ज़ुबान पर चड़े हुए हैं। उन्होंने निफ़ा को अपना परिवार बताते हुए संस्था द्वारा समाज व राष्ट्र हित में किए जा रहे कार्यों की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने लाॅकडाउन से प्रभावित कलाकारों को सरकार से आर्थिक पैकेज देने की मांग की है।
इससे पूर्व आरजेएस फैमिली से जुड़े और निफ़ा अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने कैलाश खेर के जीवन पर प्रकाश डाला ओर उन्हें ऐसा महान कलाकार बताया जो सफलता के शिखर पर पहुँच कर भी ज़मीन से जुड़ा रहा। संगीत के लिए सबसे कम उम्र के पद्मश्री से सम्मानित कैलाश खेर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड ऐम्बैसडर भी हैं। कैलाश खेर का स्वागत करने वालों में इंडिया ब्रेकिंग न्यूज़ के निदेशक आकर्षण उप्पल, ग्लोबल हरियाणा के प्रधान व अमेरिका के व्यावसायी बलिंदर कुंडू, हरियाणा कल्चर एंड स्पोर्ट्स क्लब के उप प्रधान करमजीत सिंह मान, हिंदुस्तानी महफ़िल अमेरिका के पदाधिकारी कविता बनवाला व नरेंद्र सिंह, मरिशस से शत्यम शिवपाल, रूस से तातीयाना बोलिविया व मंगलम दूबे, बांग्लादेश के गांधी धाम से पुलक राहा, इंडिनेशिया से सोनिया कौर सहित अन्य देशों के प्रतिनिधि, संगीतकार डॉक्टर कृष्ण अरोड़ा, डॉक्टर हरमीत कौर शामिल रहे जबकि निफ़ा संयोजक एडवोकेट नरेश बाराना व महासचिव प्रवेश गाबा ने कैलाश खेर सहित सभी का धन्यवाद किया। आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने भी लाइव प्रोग्राम को गौर से देखा और निफा संस्था के प्रयास की सराहना की। लाइव प्रसारण को आरजेएस राष्ट्रीय कलाकार ग्रुप में भी शेयर किया गया।इस डिजिटल लाइव का पूरा प्रसारण निफ़ा की आई टी टीम के हेड अरविन पंवार व झारखंड से कुंदन तिवारी ने किया जबकि निफ़ा के राष्ट्रीय व राज्य कार्यकारिणी के सदस्य, विभिन्न राज्यों ओर ज़िलों के प्रधान व सदस्य भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
(आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया)