भारत- नेपाल सकारात्मक संबंध पर आरजेएस पीबीएच का पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग

आरजेएस-पीबीएच,दिल्ली के तत्वावधान में 2047 तक श्रृंखलाबद्ध अमृत काल का सकारात्मक कार्यक्रम(पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग) के 12 वें संस्करण में 16 जुलाई 2023 को राष्ट्र प्रथम भारत एक परिवार विश्व एक घर अभियान के तहत भारत-नेपाल सकारात्मक संबंध पर वेबिनार का आयोजन किया गया ।

आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना के मार्गदर्शन में आयोजित वेबिनार में नेपाल(वीरगंज)से जुड़कर नेपाल के वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. प्रमोद पाण्डेय ने कहा कि भगवान श्री राम -माता जानकी का अमर संबंध भारत-नेपाल मैत्री संबंध को अमरता प्रदान करता है। रामायण,गीता जैसे ग्रंथ दोनों देशों की साहित्यिक धरातल को भी सकारात्मक आयाम उपलब्ध कराता है। मैंने भी गीता का भाष्य भोजपुरी में किया है। भाषा की चर्चा करते हुए प्रो प्रमोद पाण्डेय हेरम्ब ने कहा कि भोजपुरी,मैथिली,मगही,हिन्दी दोनों देशों की बोलियों को एकरुपता देती है। संचालन करते हुए पत्रकार सह साहित्यकार राजीव गौतम ने कहा कि नेपाल के कपिलवस्तु के युवराज सिद्धार्थ भारत में भगवान गौतम बुद्ध बनते हैं । संस्कृति व प्रकृति दोनों देशों के संबंध को कालजयी समरुपता और सकारात्मकता प्रदान करती है। पर्वतराज हिमालय और गंगा , बागमती,कोशी,कमला जैसी नदियां भारत-नेपाल संबंध के लिए अटूट सेतु का काम करती है । नेपाल के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सह शिक्षाविद बृजमोहन तिवारी ने कहा कि भारत के सहयोग से नेपाल में हुए शिक्षा ,सड़क,स्वास्थ्य और रेल आदि के विकासात्मक कार्य से संबंध में मजबूती और सकारात्मकता आती रही है । भारत-नेपाल के बीच पूर्व से बेटी-रोटी का संबंध है । नेपाल के इतिहासकार विजय किशोर पाण्डेय ने कहा कि नेपाल के राजा के गुरु भारत के गोरखपुर के होते थे । साथ ही भारत के केदारनाथ महादेव मंदिर में पूजा की पूर्णता नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा करने से होती है। मान्यता है कि महादेव का धर भारत के केदारनाथ में और सिर पशुपतिनाथ में हैं।

आरजेएस पीबीएच नेशनवाइड पाॅजिटिव मीडिया नेटवर्क के आठ सालों से चल रहे सकारात्मक पत्रकारिता के आंदोलन को सभी वक्ताओं ने सराहना की।