हजारों साधक-साधिकाओं ने किया योगासन
भारतीय योग संस्थान का 47वां योग दिवस समारोह छत्रसाल स्टेडियम में बड़े ही उत्साह, अनुशासन एवं व्यवस्थित ढंग से आयोजित किया गया। इसमें राजधानी सहित अन्य विभिन्न राज्यों से आये 15 हजार साधक-साधिकाओं ने भाग लेकर योगासन किया एवं योग के महत्व को समझा।
संस्थान के महामंत्री श्री देसराज ने लोगों को योग के विधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि खान-पान में दोष एवं बढ़ती उम्र के साथ लोगों के शरीर में रक्त प्रवाह, पाचन क्रिया आदि शिथिल पड़ने लगती है। ऐसे में लोग योग का सहारा लेकर खुद को स्वस्थ रख सकते हैं। श्री देसराज ने कफ संबंधी परेशानियों के लिए कपालभाति प्राणायाम एवं मस्तिष्क संबंधी बीमारियों के लिए भ्रामरी प्राणायाम को कारगर बताते हुए इसे करने की विधियों से भी लोगों को अवगत कराया।
दिल्ली प्रांत के प्रधान श्री ललित गुप्ता ने कहा कि भाग-दौड़ भरी जिंदगी में योग अपने आपको तरोताजा रखने का सबसे उत्तम साधन है। नियमित योग से लोग कभी बीमार नही होते। उन्होंने युवाओं को योग के प्रति प्रेरित किया। संस्थान के प्रधान श्री जवाहर लाल ने संस्था के बारे में लोगों को विस्तार से बताया। उन्होंने संस्थान द्वारा रोहिणी सहित अन्य क्षेत्रों में नियमित रूप से चलाए जा रहे शिविरों के बारे भी जानकारी दी। संस्थान के मीडिया प्रभारी श्री राजकुमार जैन ने जानकारी दी कि भारतीय योग संस्थान देश ही नही बल्कि विदेशों में भी अपने योग शिविरों के । संस्थान के प्रवक्ता श्री राजकुमार जैन ने जानकारी दी कि भारतीय योग संस्थान देश ही नही बल्कि विदेशों में भी अपने योग शिविरों के माध्यम से ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ के लक्ष्य वाक्य को सार्थक कर रहा है।
समारोह में केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री शरत चन्द्र अग्रवाल, सुश्री मीनू गुप्ता, श्री रायसिंह चैहान, श्री गिरधारी लाल, श्री योगेश शर्मा, श्री सुरेश विज़, श्री उपेन्द्र चैहान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।