आरजेएस की 93 वीं बैठक में ग्रामीणों ने जाना – जैविक खाद्य पदार्थों में है सेहत का खजाना

सकारात्मकता के क्षेत्र में 22 राज्यों में काम करने वाली दिल्ली स्थित संस्था रामजानकी संस्थान ‘आरजेएस’ के पिछले तीन साल से जारी सकारात्मक भारत मिशन के अंतर्गत अठारह जुलाई को बाहरी दिल्ली स्थित टटेसर गांव में पूर्ति फूड विजन के सहयोग से ‘जैविक खाद्य पदार्थों द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा’ विषय पर सकारात्मक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में टटेसर गांव के युवाओं एवं किसानों के साथ ही एग्रीकल्चर फाईनेन्स कॉर्पोरेशन (ए.एफ.सी.) इंडिया लिमिटेड के अधिकारी भी मौजूद रहे।

सकारात्मक बैठक के आयोजक आरजेएस स्टार एवं पूर्ति फूड विजन के निदेशक डॉक्टर नरेंद्र टटेसर ने इस संबंध में बात करते हुए बताया कि आयोजन से ग्रामीण एवं किसान बहुत प्रभावित हुए तथा उन्होंने भविष्य में अपने खाने में जैविक खाद्य पदार्थों का ही अधिकाधिक उपयोग करने का संकल्प भी लिया। उन्होंने कहा कि आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के नेतृत्व में सकारात्मक भारत अभियान सफल हो रहा है और चौबीस जुलाई को आरजेएस सकारात्मक भारत दिवस राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। इसी तरह ग्यारह अगस्त को जयहिंदजयभारत पार्ट 3 में सकारात्मक कार्यों का सम्मान होगा जिससे  सकारात्मक बैठकों के लोगों का मनोबल बढ़े।

 बैठक की शुरुआत किसानों के मसीहा एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के साथ ही एक स्थानीय सकारात्मक व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देकर की गई। इस अवसर पर ए.एफ.सी. इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ सलाहकार (सीनियर कंसल्टेंट) विमल प्रकाश ने उपस्थित लोगों को जैविक खाद्य पदार्थों की स्वास्थ्य के लिए उपयोगिता के बारे में बताते हुए जैविक खेती संबंधी सरकारी योजनाओं की भी जानकारी दी। एक ओर जहां कंपनी में परियोजना प्रबंधक अखिलेश चौधरी ने रसायनयुक्त खाद्य पदार्थों से शरीर में गंभीर रोगों के होने तथा जैविक खाद्य पदार्थों के उपयोग द्वारा संभावित रोगों से बचाव के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी तथा परियोजना प्रबंधक गिरीजेश त्रिपाठी ने लोगों की शंकाओं और किसानों की समस्याओं का समाधान किया तो वहीं दूसरी ओर परियोजना प्रबंधिका भावना जोशी ने खासतौर पर महिलाओं को रासायनिक खाद्य पदार्थों के सेवन से गर्भाशय तथा स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के होने की अधिक संभावनाओं की जानकारी दी और साथ ही स्तनपान के द्वारा माता से शिशु के शरीर पर पड़ने वाले रासायनिक दुष्प्रभावों के बारे में भी बताया। किसानों के लिए परियोजना अधिकारी अजय कुमार द्वारा जैविक खाद्य पदार्थों के उत्पादन में पशुधन की उपयोगिता के बारे में बताना भी बहुत रोचक रहा। इस सकारात्मक बैठक में सितेंद्र छिकारा, संजीव कुमार, सागर छिकारा, कृष्ण कुमार, संगम छिकारा, सुनील सैनी, मंदीप छिकारा ऋषिकांत, अनुज शर्मा, सतपाल सिंह और गौरव छिकारा आदि ने भाग लिया।