भारत विकास परिषद् , इंजीनियर्स क्लब एवं चित्रगुप्त परिवार के संयुक्त तत्वावधान में महाराजा अग्रसेन इंजीनियरिंग कालेज , रोहिणी के विशाल सभागार में जादूगर सम्राट शंकर के मैजिक शो का आयोजन किया गया । इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री प्रेम चन्द्र गोयल ,वरिष्ट भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक डॉ. नन्द किशोर गर्ग , भा.वि.प. के संरक्षक श्री महेश चन्द्र शर्मा , भा.वि.प. दिल्ली प्रदेश उत्तर के अध्यक्ष श्री राजकुमार जैन , उपाध्यक्ष श्री सतीश गुप्ता, राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगदीश मित्तल, इंजीनियर्स क्लब के महासचिव इं. बृजेश गुप्ता आदि गणमान्यों ने भी हैरतंगेज जादुई कारनामों का अवलोकन किया।
स्वामी विवेकानंद जी की उत्तर शताब्दी (150वीं जयंती) एवं भा.वि.प. के स्वर्ण जयंती के पुनीत अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री प्रेमचन्द्र गोयल ने कहा कि यह निर्विवाद रूप से सत्य है कि प्रत्येक व्यक्ति में वह शक्ति विद्यमान है , जो संसार को हिला सकती है । अतः हमें उच्चता एवं उन्नति के मार्ग में सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। पूर्व विधायक डॉ. नन्द किशोर गर्ग ने कहा कि शिक्षा तरक्की के द्वार खोलती है। अपने ज्ञान का सही उपयोग कर हम बड़े से बड़ा एवं आश्चर्यजनक कार्य को भी अंजाम दे सकते हैं । भा.वि.प. के संरक्षक श्री महेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि अपनी बौद्धिक क्षमता के बल पर ही शिकागो , अमेरिका में आयोजित विश्व धर्म परिषद् में स्वामी विवेकानंद जी ने अपने प्रभावशाली एवं ओजस्वी संबोधन के जादू से पूरी दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया। इससे पूरी दुनियां में हिंदुत्व एवं भारत का परचम लहराने लगा।
भा.वि.प. दिल्ली प्रदेश उत्तर के अध्यक्ष श्री राजकुमार जैन ने कहा कि किसी भी कार्य को पूरी निष्ठा , ईमानदारी एवं समर्पण की भावना से किया जाए तो उस कार्य पर जादुई असर पड़ता है , जो उस कार्य-परिणाम की उत्कृष्टता के रूप में नजर आता है । अतः हमें स्वामी विवेकानंद जी के प्रेरणाप्रद आदर्श वाक्य “उठो जागो और तब तक न रुको जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए ” को अपनी कार्य-संस्कृति में ढाल राष्ट्र एवं समाज के उत्थान में जुट जाना चाहिए । निःसंदेह इसका जादुई परिणाम हासिल होगा । मैजिक शो के दौरान जादूगर सम्राट शंकर ने अपने हैरतंगेज कारनामों से जहाँ लोगों को आश्चर्य से दांतों तले उंगली दबाने को विवश कर दिया वहीँ उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध एवं ढोंग-पाखंड से दूर रहने तथा जल एवं पर्यावरण संरक्षण का सन्देश भी दिया ।