उत्तराखण्ड प्राकृतिक आपदा के लिये भारत विकास परिषद् ने लिया एक करोड़ रुपये योगदान का संकल्प

 उत्तराखण्ड में आई प्राकृतिक आपदा में राहत और पुर्नस्थापन कार्य में योगदान देने के लिए भारत विकास परिषद् ने एक करोड़ रुपये व्यय करने का संकल्प लिया है। इस आशय की जानकारी देते हुए भाविप दिल्ली प्रदेश उत्तर के मुख्य संरक्षक श्री महेश चन्द्र शर्मा एवं प्रमुख परामर्शदाता तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री भूपेन्द्र मोहन भंडारी ने संयुक्त रूप से बताया की इस संबंध में परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री सुरेन्द्र कुमार वधवा की अध्यक्षता में केन्द्रीय पदाधिकारियों की एक बैठक भारत विकास भवन, पीतमपुरा, दिल्ली में सम्पन्न हुई। इसमें इस आपदा से प्रभावित व्यक्तियों एवं क्षेत्रों के प्रति हार्दिक सहानुभूति प्रकट की गई तथा बडे पैमाने पर राहत और पुर्नस्थापन कार्य में योगदान देने का निर्यण लिया गया। इसके लिए कुल मिलाकर एक करोड रुपये व्यय करने का संकल्प लिया गया है। परिषद् ने अपने वर्तमान कोषों में से 25 लाख रुपये की राशि आवंटित की है और शेष 75 लाख रुपये देश भर में फैली 1200 शाखाओं एवं उनके सदस्यों से एकत्र किया जायेगा।

भाविप दिल्ली प्रदेश उत्तर के अध्यक्ष श्री राजकुमार जैन, महासचिव श्री संजीव मिगलानी एवं कोषाध्यक्ष श्री बी बी दिवान ने बताया कि परिषद् ने अपने सभी सदस्यों से इस हेतु परिषद् द्वारा बनाये गये उत्तराखण्ड प्राकृति आपदा राहत कोष में उदारता पूर्वक सहयोग देने की अपील की है। यह राशि परिषद् के सदस्य अपने शाखाओं के माध्यम से दे सकते हैं अथवा परिषद् के केन्द्रीय कार्यालय में सम्पर्क कर परिषद् के बैक खाता में जमा कर सकते हैं। परिषद् ने यह निर्णय लिया है कि आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में पुर्नस्थापन कार्य पर विशेष जोर देगी, जिनमें स्कूलों, चिकित्सा केन्द्रों और तीर्थ यात्रियों के लिये आवास इत्यादि की व्यवस्था की जायेगी तथा आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में, आर्थिक रूप से पिछडे लोगों के लिए आवास का निर्माण, पुनर्निमार्ण और जीर्णोंद्धार का कार्य किये जायेंगे।