जितनी चुनौतियां मिलेंगी, कला उतनी निखरेगीः रोजलीन

प्रेमबाबू शर्मा  

फिल्म ‘‘धमा चैकडी ’ में अपने हाॅट किरदार से पहचान बनाने वाली रोजलीन अब ‘जी लेने दो पल’ के अलावा कुछ फिल्मों में भी नजर आने वाली हैं। सेक्स बॉम्ब रोजलीन खान ने भी जैकलीन की राह को अपना लिया है। कहानीकार और निर्देशक संजीव राय की फिल्म ‘जी लेने दो एक पल’ मे दिये सेक्स सीन्स को देखकर लगता है कि आने वाले समय में वह बालीवुड की सबसे ज्यादा हाॅट हीरोइन होगीं। वह अपनी फिल्म और फिल्मी करियर को लेकर क्या सोचती है,जानते है उनकी जुबानी:

जिस तरह आप इस फिल्म में सेक्सी और हॉट सीन्स दे रही है क्या यह ओवरनाइट सफल होने का शॉर्टकट स्टंट तो नहीं है?
‘मैं कोई पब्लिसिटी स्टंट नहीं रच रही हूँ और ना ही किसी किस्म की सस्ती पब्लिसिटी में यकीन रखती हूँ! मैंने जो भी हॉट और सेक्सी सीन्स शूट किये है, उनका ताल्लुक फिल्म की स्क्रिप्ट की डिमांड रही है! एक मामूली लड़की रिमी की फिल्मों में हीरोइन बनने की लालसा रखने का पूरा सफरनामा है, स्ट्रगल है। उसे अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए किन -किन रास्तों से गुजरना पड़ता है… यही मेरे किरदार रिमी की एप्रोच है।


हॉट और सेक्सी और इंटिमेट सींस करने की वजह कही आप सनी लियोन की कैटेगरी वाली गरमा-गरम हीरोइन बनना चाहती हैं?
हां….यदि लोग मुझे सनी लियोनी से कम्पेयर करना चाहे तो यह मेरे लिए कॉम्प्लीमेंट होगा। आज जिस तरह का सिनेमा ऑडियंस पसंद कर रही है उसमें तो रेखा और स्मिता पाटिल बनना किसी भी न्यू कॉमर के लिए पॉसिबल नहीं है जबकि….दिली….तौर पर रेखा मेरी रोल मॉडल है और मैं उसी हाइट पर जाना चाहती हूँ ।
फिल्म में आपके आपोजित नवोदित अभिनव कुमार है उनके साथ का अनुभव कैसा रहा ?
बहुत ही बढिया। उनमें टैलेंट है और सेट पर हंसी माजाक करते है। पता ही नहीं चला कि कब फिल्म पूरी हो गयी। उनके साथ काम हुए कहीं भी उनके नये का अहसास नहीं हुआ।
फिल्म की कहानी क्या है?
फिल्म कहानी शेखर नामक संवेदनशील, भावुक इंसान की है। वह अपनी पत्नी सुधा (सुखबीर लाम्बा) से बेतहाशा मोहब्बत करता है… मगर जब उसकी मर्दानगी को रिमी चैलेंज करती है, तो वो ऐसा कुछ कर गुजरता है जो उसके दाम्पत्य जीवन को हिला कर रख देता है। यही से कहानी नया मोड लेती है। मेरे कैरेक्टर में विविध शेड्स है।

फिल्म आपके आपोजिट कौन है?
इस फिल्म में अभिनव कुमार,के अलावा सुखबीर लाम्बा विरजेश हिरजी,टीनू आनंद,जरीना वहाब,अंजन श्रीवास्तव, शकीला मजीद,प्रतिष्ठा विज, राज शाही, सूरज शाह और एहसान खान भी हैं।


आपने अब तक निगेटिव, पॉजिटिव हर तरह के रोल किये। किसे करना सबसे अच्छा लगा?
सच बताऊं तो मैं एक गिरगिट की तरह हूं। मुझे जो रंग दिया जाये वही रंग ले लेती हूं। एक एक्टर के रूप में मुझे जिस रूप में देखते हैं मेरा विश्वास करें कि मुझे उसके लिए ही बनाया गया था। पर्सनली मुझे कॉमेडी बहुत पसंद है। इसके अलावा एक्शन बहुत पसंद है। मारधाड़ बहुत पसंद है। मैच्योर रोमांस बहुत पसंद है।

आप काफी समय से इंडस्ट्री में हैं तो आज की इंडस्ट्री में पहले से कितना चेंज महूसस करती हैं?
मुझे लगता है कि चीजें अच्छी हुई हैं। लेकिन थोड़ा क्वालिटी पर कंट्रोल नहीं है। सब कुछ डिलीवरी पर निर्भर है। इसी बात का मलाल लगता है।