इस आयोजन में सरकार, प्रदाता क्षेत्र, शिक्षाविदों और एनजीओ‘ज़ के साथ-साथ बच्चों और युवाओं ने मिल कर चर्चा और सहयोग करने के तरीकों के लिए प्रतिभागिता की।
एनी लिनम गोडार्ड, प्रेसिडेंट व सीईओ, चाइल्डफंड इंटरनेशनल ने कहा, ‘‘‘‘स्माल वायसेज, बिग ड्रीम्स’’ उन मुद्दों को समझने का प्रयास करने का एक हिस्सा है जो बच्चों के दिमाग पर प्रभाव डालता है और विभिन्न क्षेत्रों के सुधार का आंकलन करता है। सर्वे यह बताता है कि अनेक बच्चे स्कूल में अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा के प्रति चिंतित रहते हैं जो उनके समग्र विकास और वृद्धि पर प्रभाव डालने के लिए महत्वपूर्ण सुश्री नीलम मखीजानी, नेशनल डायरेक्टर, चाइलडफंड इंडिया ने कहा, ‘‘यह सर्वे बताता है कि भारत में बच्चे शिक्षा व विषयों को सीखने की अधिक संवादात्मक सोच लाने के प्रति अधिक उत्साहजनक हैं और प्रत्येक बच्चे के पास सुरक्षित माहौल में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है सामूहिक हस्तक्षेप करना हमारा नैतिक उत्तरदायित्व है। हम फैसले लेने में बच्चों की प्रतिभागिता को प्रोत्साहित करना चाहते हैं और हमारा चाइल्ड फ्रेंडली एकाऊंटिबिलिटी फ्रेमवर्क इस दिशा में एक कदम है।’